कानपुर. स्टार्टअप इनक्यूबेशन एंड इनोवेशन सेंटर, आईआईटी-कानपुर में प्रौद्योगिकी व्यवसाय इनक्यूबेटर, भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समर्थित निर्माण त्वरक कार्यक्रम शुरू कर रहा है. एक नोटिफिकेशन के अनुसार, कार्यक्रम स्वास्थ्य सेवा और कृषि डोमेन में लगे स्टार्टअप्स के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करेगा और उन्हें अपने प्रोटोटाइप से लेकर बाजार की यात्रा तक की चुनौतियों से पार पाने में मदद करेगा.
कार्यक्रम के तहत कुल 15 स्टार्ट-अप का चयन किया जाएगा, जहां उन्हें प्रयोगशाला से बाजार तक अपने उत्पाद की बढ़ोतरी करने का अवसर दिया जाएगा. 15 स्टार्ट-अप के समूह में सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले स्टार्ट-अप को 10 लाख रुपए तक का नकद पुरस्कार मिलेगा. आईआईटी-कानपुर के इनोवेशन एंड इनक्यूबेशन के प्रोफेसर-इन-चार्ज अमिताभ बंद्योपाध्याय ने कहा, “हमारा देश विनिर्माण के क्षेत्र में जबरदस्त चुनौतियों का सामना कर रहा है. हमें भारत में विनिर्माण की स्थिति को ऊपर उठाने के लिए कुछ प्रासंगिक विकासात्मक चुनौतियों को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य देखभाल और कृषि क्षेत्र में काम करने वाले नवप्रवर्तकों और स्टार्ट-अप की तत्काल आवश्यकता है.”
यह प्रोग्राम नॉलेज वर्कशॉप, वन-ऑन-वन मेंटरिंग सपोर्ट, क्लिनिकल वैलिडेशन के लिए कस्टमाइज्ड सपोर्ट के लिए डीप डाइविंग, बिजनेस और इनवेस्टर कनेक्ट की पेशकश करेगा.