रायपुर. विधानसभा में मंगलवार को जेसीसी विधायक धर्मजीत सिंह ने हसदेव अरण्य क्षेत्र में आबंटित कोल ब्लॉक रद्द करने अशासकीय संकल्प लाया. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अशासकीय संकल्प पर सहमति जताई. इसके बाद अशासकीय संकल्प सर्वसम्मति से सदन में पारित हुआ. सदन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कोयला आबंटन भारत सरकार करती है. किसे कौन सा ब्लॉक दिया जाए ये केंद्र ही तय करती है. वहीं विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि सदन में आप एनओसी रद्द करने की घोषणा कर दीजिए.
सदन में विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में 57 हजार मिलियन टन का कोल भंडार है. 50 साल में भी 25 फीसदी ही खनन किया जा सकता है. बड़ा कोल भंडार माड़ नदी और हसदेव नदी के पास है, जो सघन वन क्षेत्र है. हसदेव से लगे मदनपुर में राहुल गांधी आए थे. उन्होंने कहा था कि वह खुद आदिवासियों की लड़ाई लड़ेंगे, लेकिन इसी मदनपुर का ढाई सौ एकड़ जमीन कोल ब्लॉक में आ गया है. जब कोल ब्लॉक की कमर्शियल नीलामी शुरू हुई थी, तब मुख्यमंत्री ने केंद्र से अपील की थी. तब केंद्र ने हटा दिया था.
विधायक धर्मजीत ने कहा कि कोल ब्लॉक दिए जाने से मानव हाथी संघर्ष बढ़ेगा. भूमि अधिग्रहण का काम केंद्र और राज्य मिलकर कर रहे हैं. सभी दलों के लोग हरिहरपुर चलकर देखे, तब आप सबको लगेगा कि ये जंगल कट जाना चाहिए तब मैं भी कहूंगा कि कट जाने दीजिए. यकीन मानिए इतना खूबसूरत जंगल देखकर आंख से आंसू निकल जाएंगे. आज जो खूबसूरती दिख रही है अगर वहां खनन शुरू होगा तो सिर्फ धूल दिखेगा.
बबूल के अलावा एक पेड़ भी दिखेगा तो मुझे गोली मार देना: धर्मजीत
विधायक धर्मजीत ने कहा कि केंद्र से टकराना है तो टकराइए, लेकिन खनन रोकिए. छत्तीसगढ़ की वन सम्पदा, खनिज सम्पदा की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है. कोल ब्लॉक में इंग्लैंड और पोलेंड की मशीनें आ गई है, एक पेड़ काटने में तीन मिनट लगते हैं. कुछ महीनों में तीन लाख पेड़ कट जाएंगे. फूटबाल मैदान जैसी स्थिति दिखेगी. केते एक्सटेंशन चलकर देखिए सिर्फ बबूल दिखेगा. इसके अलावा एक पेड़ भी दिखेगा तो मुझे वहीं गोली मार दीजिएगा. अगर हसदेव का पानी रुका तो बड़ा अभिशाप लगेगा.
कुल 3,22,028 वृक्षों की होनी है कटाई : धर्मजीत
विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा हसदेव अरण्य क्षेत्र में कोयला खनन के लिए वर्तमान में स्वीकृत परसा ईस्ट एवं केते वासेन कोयला खदान के लिए लगभग 2,22,921 वृक्ष एवं परसा कोयला खदान के लिए लगभग 99,107 वृक्ष कुल 3,22,028 वृक्षों की कटाई होनी है.
लेमरु एलिगेंट रिजर्व क्षेत्रों में खनन पर लगी है रोक : सीएम
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि लोग गुमराह कर रहे हैं कि राज्य सरकार इस पर कुछ करती है. हसदेव जल संग्रहण क्षेत्र है. यहां से कोरबा, रायगढ़, जांजगीर चम्पा में सिंचाई होती है. छत्तीसगढ़ शासन ने 1995 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में लेमरु एलिगेंट रिजर्व घोषित किया है. उससे जुड़े कोल ब्लॉक में रोक लगाने की मांग केंद्र से की गई है. उन क्षेत्रों में खनन पर रोक लगी हुई है. वर्तमान में ऊर्जा उत्पादन का मुख्य स्त्रोत कोयला है. सरकार सदन में प्रस्तुत अशासकीय संकल्प का समर्थन करती है.
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