रोहित कश्यप, मुंगेली. छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन मुंगेली, शालेय शिक्षक संघ व नवीन शिक्षक संघ के प्रांतीय आह्वान पर अपनी दो सूत्रीय मांग केंद्र के समान लंबित मंहगाई भत्ता देय तिथि से और सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता की मांग को लेकर शासकीय अधिकारी-कर्मचारी 25 जुलाई से हड़ताल पर हैं. सभी अधिकारी-कर्मचारी कलेक्टर कार्यालय मुंगेली के सामने पंडाल लगाकर आंदोलन कर रहे. आंदोलन के तीसरे दिन बुधवार को शिक्षकों ने मुख्यमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
ज्ञापन में बताया गया कि सातवें वेतन आयोग के नियमों के मुताबिक जब महंगाई भत्ता 25 फीसदी से ज्यादा होगा तब हाउस रेंट अलाउंस (एचआरए) में भी बढ़ोतरी होगी. नियम कहता है कि एक्स श्रेणी के शहरों या कस्बों के लिए एचआरए में 3 फीसदी, वाई श्रेणी के लिए 2 फीसदी और जेड श्रेणी के लिए 1 फीसदी की दर से वृद्धि की जानी चाहिए. जब कर्मचारियों का महंगाई भत्ता 25 प्रतिशत हो जाएगा तो यह दर मूलवेतन का 9,18, 27 प्रतिशत हो जाएगा और महंगाई भत्ता 50 प्रतिशत होने पर यह दर 10,20, 30 प्रतिशत हो जाएगी. देश के विभिन्न राज्य सरकारों द्वारा केन्द्र के समान अपने कर्मचारियों एवं अधिकारियों को मंहगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा दिया जा रहा है. मांगों को लेकर समय – समय पर अनेकों बार ज्ञापन के माध्यम से सरकार के समक्ष बात रखने के बाद भी मांगों पर सरकार द्वारा कोई निर्णय नहीं लिया गया.
ज्ञापन में बताया गया कि लंबित मंहगाई भत्ता एवं गृह भाड़ा नहीं देने के कारण कर्मचारियों को प्रतिमाह 4000 से 14000 हजार तक आर्थिक हानि हो रही है. धरना आंदोलन सभा को छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसिएशन के महासचिव संजय उपाध्याय, जिलाध्यक्ष बलराज सिंह,शालेय शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष दीपक वेंताल,सहित अन्य शिक्षको ने संबोधित किया.
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