रायपुर। आम आदमी पार्टी के बाद अब कांग्रेस ने भी नया रायपुर में वेदांता के कैंसर हास्पिटल को लेकर राज्य सरकार पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस ने वेदांता के साथ हुए सौदे के बारे में सरकार के ऊपर आधी अधूरी सूचनाएं और बहुत सी चीजों को छिपानें का गंभीर आरोप लगाया है.
कांग्रेस के चिकित्सा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष डॉ राकेश गुप्ता ने सरकार के ऊपर वेदांता के धर्मार्थ अस्पताल को व्यावसायिक अस्पताल में बदलने में सौदेबाजी और लेनेदेन का आरोप लगाया है. डॉ गुप्ता ने अपना बयान जारी करते हुए कहा कि वेदांता ग्रुप द्वारा नया रायपुर में धर्मार्थ कैंसर अस्पताल का निर्माण सीएसआर यानी कॉर्पोरेट की सामाजिक जिम्मेदारी के तहत किया जा रहा था. ऐसे में अस्पताल को अचानक व्यावसायिक कैसे घोषित किया जा सकता है? उन्होंने सरकार से इस संबंध में सारी जानकारियों को सार्वजनिक किए जाने की मांग की है.
सरकार से किया सवाल
उन्होंने सवाल उठाया है कि वेदांता अस्पताल के लिए एनआरडीए की ओर से भवन निर्माण और भवन का निर्माण पूरा हो जाने का पत्र जारी किया गया या नहीं? अगर किया गया तो क्या वजह है कि भवन निर्माण पूरा हो जाने के बाद भी वेदांता को अस्पताल को व्यावसायिक बनाने की अनुमति दी गई? और अगर भवन निर्माण पूर्ण होने का प्रमाण पत्र जारी नहीं किया गया तो वहां मशीनें किस आधार पर लगीं?
वेदांता को जमीन अलॉटमेन्ट रद्द होने के बाद जमीन पर निर्मित पूरी सम्पत्ति सरकार ने अधिग्रहित क्यों नहीं की? उन्होंने कहा है कि जमीन को पुनः वेदांता अस्पताल मैनेजमेंट को सौंपे जाने के लिए क्या शासकीय प्रक्रिया अपनाई गई इसकी जानकारीभी सार्वजनिक नहीं की गई है.
इस सम्पति को किन शर्तों और दरों पर भूमि के साथ बिना किसी सार्वजनिक विज्ञापन के पुनः वेदांता को केवल निम्नतम जुर्माने के साथ सौंप दिया गया? क्या भूमि फिर से रियायती दरों पर अलॉट की गई जबकि इसमें सरकार द्वारा निर्धारित शर्तो का खुला उल्लंघन हुआ है?
उन्होंने कहा कि जो ख़बरें सरकार की ओर से मीडिया को दी गई हैं उसमें केवल जुर्माने का उल्लेख क्यों है? वेदांता को यह ज़मीन किस दर पर दी गई है क्या वह दर वही है जिसमें दूसरे व्यावसायिक संस्थानों को ज़मीन दी जा रही है?
इससे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल ने शनिवार को आरोप लगाए थे कि भाजपा पहले भी वेदांता पर मेहरबान रही है. उन्होंने ट्विटर पर कहा था कि पहले भाजपा की केंद्र सरकार ने 550 करोड़ में बाल्को का संयंत्र वेदांता को दे दिया, फिर रमन सिंह ने एक हज़ार एकड़ ज़मीन नियम विरुद्ध 200 रुपए प्रति एकड़ के दर से उसे दे दी और अब वेदांता के अस्पताल के लिए रियायत दी जा रही है.
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