कर्ण मिश्रा,ग्वालियर। ग्वालियर नगर निगम में मेयर पद पर कब्जा करने के बाद अब कांग्रेस सभापति भी अपनी पार्टी का बनाने के लिए कवायद में जुट गई है. आज ग्वालियर में कांग्रेस की एक अहम बैठक हुई. प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह की अगुवाई में हुई बैठक में कांग्रेस के जिला अध्यक्ष देवेंद्र शर्मा, कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार, विधायक प्रवीण पाठक मौजूद रहे. इस बैठक में नवनिर्वाचित महापौर डॉ शोभा सिकरवार के साथ ही कांग्रेस के 25 और चार निर्दलीय विधायक भी मौजूद थे.
बेहद गोपनीय तरीके से हुई बैठक में कांग्रेस ने सभापति के दावे को सच साबित करने से पहले संख्या बल की अटेंडेंस ली. फिर रणनीति बनाते हुए तय किया कि सभापति कांग्रेस पार्टी का ही बनाएंगे. कांग्रेस नेताओं ने सभापति को लेकर मंथन किया और अपने पार्षदों को खास टिप्स भी दिए. सभापति के लिए नाम सर्व सम्मति से तय करने पर भी बात हुई है. कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह ने कहा कि कांग्रेस के पास नगर निगम में बहुमत होगा और वह अपना सभापति बनाएगी.
ग्वालियर नगर निगम में भले ही मेयर पद पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया है, लेकिन पार्षदों के लिहाज से देखें तो बीजेपी के पास बहुमत का आंकड़ा मौजूद है. ग्वालियर नगर निगम में कुल 66 पार्षद हैं. जिनमें 34 पार्षद बीजेपी के चुनकर आए हैं. वहीं कांग्रेस के पास अपने 25 पार्षदों सहित कुल 32 पार्षदों का समर्थन है. ऐसे में कांग्रेस का दावा है कि भाजपा के कुछ पार्षद टूटकर कांग्रेस के साथ आएंगे और नगर निगम में सभापति कांग्रेस का ही बनेगा.
कांग्रेस के दावे पर BJP सरकार के ऊर्जामंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने पलटवार किया है. तोमर ने कहा कि कुछ कमियों के चलते जनता ने BJP को महापौर में हरा दिया है, लेकिन नगर निगम में पार्षदों के लिहाज से जनता ने बीजेपी को बहुमत दिया है. तोमर का दावा है कि 34 पार्षद हमारे पास है. वही कुछ निर्दलीय भी हमारे संपर्क में है. लिहाजा किसी भी हालत में सभापति नगर निगम में भारतीय जनता पार्टी का ही बनेगा.
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