भिलाई- छत्तीसगढ़ के भिलाई में रामनवमीं का आयोजन रिकार्ड बना गया. दरअसल श्री राम जन्मोत्सव समिति की ओर से आयोजित रामनवमीं पर्व पर 871 मंदिरों से शोभायात्रा निकाली गई, जिसे वर्ल्ड बुक आॅफ रिकार्ड में जगह दी गई है. भिलाई के रामलीला मैदान में 15 हजार से ज्यादा लोगों की मौजूदगी में यह रिकार्ड बना है. शोभायात्रा का नजारा देख मानो ऐसा लग रहा था कि शहर भक्तिमय हो चला है. रामलीला मैदान पर हुए मुख्य समारोह में मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह, श्रीराम जन्मोत्सव समिति के संरक्षण प्रेमप्रकाश पांडेय, दमोह से सांसद प्रह्लाद पटेल, हरिभूमि के प्रबंध संपादक हिमांशु द्विवेदी समेत संत समाज से जुड़े कई प्रमुख चेहरे मौजूद रहे.
धार्मिक सत्संग भरे माहौल के बीच मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि- 871 मंदिरों से शोभायात्रा निकालकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. आयोजन समिति बधाई की पात्र है. धार्मिक आस्था का परिचय दिया है. उन्होंने कहा कि रामभक्तों का कारवां कभी रूका नहीं है और रोक नहीं सकेगा. भिलाई ने साबित कर दिया कि यह मिनी इंडिया है. डाॅ.रमन सिंह ने कहा कि भिलाई में एक तरफ लोहा पिघलता है तो दूसरी तरफ धार्मिक भावना है, जिसे कोई पिघला नहीं सकता. राम का नाम लेना ही पर्याप्त होता है. राम के नाम से छत्तीसगढ़ जुड़ा हुआ है. मां कौशल्या की धरती है. राम का ननिहाल है. छत्तीसगढ़ के कण कण में भगवान बिराजे है. रामवगन पथ कहीं है, तो छत्तीसगढ़ है. उन्होंने कहा कि 14-15 सालों की यात्रा में जिस छत्तीसगढ़ ने तेजी के साथ विकास किया है. रामराज्य की कल्पना हमारे मन में है. सबको सम्मान का अधिकार मिले. दोनों वक्त का भोजन मिले. सबके पास रोजगार के अवसर हों. मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ में ऐसा कोई गांव नहीं होगा, जहां उत्सव के साथ रामनवमीं ना मनाते हो. हर समाज के लोग रामनवमीं मनाते हैं. छत्तीसगढ़ में अनुसूचित जाति वर्ग में एक रामनामी समाज हैं, जिसने राम नाम को अपने शरीर के एक एक अंग में गोदने के रूप में रखते हैं. यह है छत्तीसगढ़. राम की कृपा से काम हो रहा है.
श्री राम जन्मोत्सव समिति के संरक्षक प्रेमप्रकाश पांडेय ने भगवान श्री राम के प्रसंगों का जिक्र करते हुए कहा कि आज हालात ऐसे बन गए हैं कि रामभक्तों को रावण सरीखे अहंकारियों का विनाश करना होगा, आज देश में चारों ओर भगवा ही भगवा है. आने समय में राम के अस्तित्व का ध्यान रखते हुए आसुरी शक्तियों का दमन करेंगे, यही हमारा संकल्प है. दमोह के सांसद प्रह्लाद पटेल ने कहा कि हम सब राम के अंश हैं. हम राम के नाम के साथ चलें. हम किसी भी परिस्थिति में राम नाम का स्मरण करेंगे, तो हम राम को अपने भीतर महसूस करेंगे.
हरिभूमि के प्रबंध संपादक हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि राम के संदर्भ में या रामायण के संदर्भ में जिस धर्म की बात करते हैं. उस धर्म का आचरण ही उन्हें मर्यादा पुरूषोत्तम राम के रूप में पेश करता है. राम के बताए मार्ग के केवल स्मरण करना मात्र पर्याप्त नहीं है. बल्कि उसका अनुसरण ही हमें राम के प्रति समर्पित करता है. हमें मनुष्य देह प्राप्त हुआ है, तो कम से कम मनुष्यों के प्रति प्रेमपूर्ण व्यवहार रखें, यही रामराज्य की सार्थकता होगी. हिमांशु द्विवेदी ने कहा कि छत्तीसगढ़ में रमनराज में रामराज्य की कल्पना एक मायने में सार्थक होती नजर आती है. मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने भूख की चिंता की है. आज स्थिति यह है कि प्रदेश में कोई भूखा नहीं सोता. यही रामराज्य है.