- राज्य में भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वालों को प्रताड़ित किया जा रहा
- भाजपा सरकार अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो चुकी है
रायपुर/ कमीशनखोरी का विरोध करने पर अम्बिकापुर में कांग्रेस नेता और मुड़ेसा के पूर्व सरपंच रामलोचन यादव की हत्या की कांग्रेस ने कड़ी निंदा किया है। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया सचिव सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत किये जाने के दस दिन के अंदर रामलोचन यादव की हत्या कर दी गयी। यह घटना साबित करती है कि राज्य में भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचार करने वालो का हौसला बहुत बढ़ चुका है। भ्रष्टाचारी अपने खिलाफ उठने वाली किसी भी आवाज को बर्दास्त नहीं करना चाहते । छत्तीसगढ़ में लोकतंत्र संक्रमण काल मे चल रहा। कमीशनखोरी पर मुख्यमंत्री की सार्वजनिक स्वीकारोक्ति के बाद विरोध में राज्यव्यापी आंदोलन की घोषणा करने के दूसरे ही दिन प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष ,उनकी वृद्ध मां और पत्नी के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज करवा दिया गया। बस्तर में सक्रिय प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री जो बुर्कापाल मुठभेड़ की जांच करने गए दल के सदस्य थे, पर दबाव बनाने न सिर्फ झूठा मुकदमा दर्ज करवाया गया उनपर रासुका लगा दिया गया। पांच हजार का इनाम घोषित कर दिया गया । प्रदेश के प्रमुख विपक्षी दल के राज्य महामंत्री से ऐसा क्या राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा उत्पन्न हो गया, जो उन्हें निरुद्ध करने की जरूरत पड़ रही है । राजधानी रायपुर में सफाई व्यवस्था चाक चैबंद करने की मांग लेकर लोकतांत्रिक तरीके से मंत्री के निवास के समक्ष प्रदर्शन करने जा रहे शहर कांग्रेस अध्यक्ष और पार्षदों के खिलाफ बलवा का मुकदमा दर्ज कर लिया गया। प्रजातांत्रिक ढंग से शांतिपूर्ण आंदोलन कब से बलवा जैसे संगीन जुर्म की श्रेणी में आ गए। पीडीएस के चावल में कमीशन खोरी की शिकायत का विरोध करने पर धमतरी के जिला कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कर जेल में डाल दिया गया था। दो महीने बाद वे अदालत से जमानत पर छूटे । छत्तीसगढ़ में विपक्ष और आम आदमी को सरकार के समक्ष अपनी मांग रखने का अधिकार छीना जा रहा है । राज्य की भाजपा सरकार अपना लोकतांत्रिक चरित्र खो चुकी है वह निरंकुश, तानाशाह और असहिष्णु बन गयी है । लगातार तीन बार भाजपा सरकार की वापसी के कारण सरकार में बैठे हुए लोग अहंकारी और नौकर शाह अराजक हो गए है।