सत्यपाल सिंह राजपूत, रायपुर. बरसात के बीच सावन माह में शिव नगर को विस्थापन के नाम पर उजाड़ने नगर पालिका निगम की टीम पहुंची. जहां स्थानियों के जबरदस्त आक्रोश के बीच निगम अमला पुलिस के सहारा से बस्ती को जमीदोज कर दिया. वहीं लोगों की गिरफ़्तारी भी हुई. BJP ने आरोप लगाते हुए कहा कि आपने हितैषी ठेकेदार को लाभ पहुंचाने के लिए गरीबों की बलि दी जा रही है.

पीड़ित लोग पारस राव, के पार्वती ने सवाल उठाते हुए कहा कि कोर्ट का आदेश है कि पहले विस्थापन किया जाए. उसके बाद तोड़फोड़ की कार्रवाई यह बात कोर्ट ने भी कही है. पहले स्थापित किया जाए उसके बाद कार्रवाई, लेकिन कागजी कार्रवाई कर नोटिस जारी कर दिया गया है.

पीड़ितों ने यह भी कहा, जहां हमें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान एलॉट किया गया है, वहां मूलभूत सुविधा भी नहीं है. अभी तक वहां बिजली नहीं है, बिजली लगाने के लिए हमसे ही एक-एक हजार रुपये की मांग की गई है, सड़क खराब है, जंगल जैसे हालात है बच्चों के लिए आस पास ही स्कूल नहीं है. ऐसे में कैसे हम वहां जाकर रहें. हाईकोर्ट का भी आदेश है कि बरसात के बीच में किसी का घर नहीं तोड़ा जाए, लेकिन हमें घर से बेघर किया जा रहा है. वो भी एक प्राइवेट ठेकेदार प्राइवेट व्यक्ति को लाभ पहुंचाने के लिए.

वहीं इस मामले को लेकर BJP नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि प्राइवेट ठेकेदार, प्राइवेट नेता के लिए गरीबों की बस्ती उजाड़ दी जा रही है. उनकी बलि दी गई है, इसका हम विरोध करते हैं, पुलिस के डर दिखाकर गलत तरीके से कार्रवाई की जा रही है. मौके पर मौजूद अरविंद शर्मा अपर आयुक्त नगर पालिका निगम ने दो टूक कहते हुए मामला को टाल दिया कि इस मामले में हमें कुछ कहने का अधिकार नहीं है, हम बयान जारी नहीं कर सकते.