शब्बीर अहमद, भोपाल। सैलरी रोकने से नाराज बिजली विभाग के इंजीनियर और कर्मचारी कल (बुधवार) से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं। कामबंद के दौरान सभी इंजीनियर अपना मोबाइल बंद रखेंगे। बिजली इंजीनियर-कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने से उपभोक्ताओं को परेशानियों को सामना करना पड़ सकता है। बिजली फाल्ट, राजस्व वसूली, नए कनेक्शन के सर्वे का काम प्रभावित होगा।

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दरअसल मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी बिजली इंजीनियर-कर्मचारियों को सर्वे का काम दिया था। इंजीनियरों को सर्वे मे पता लगाना था एक डीपी से कितने कनेक्शन हैं। मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने आधा अधूरा सर्वे कहकर इंजीनियरों का वेतन रोक दिया है। इससे नाराज होकर बिजली इंजीनियर-कर्मचारियों ने कामबंद का ऐलान किया है।

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इस संबंध में मंगलवार को प्रबंध संचालक मध्य क्षेत्र कंपनी के द्वारा मीटिंग का के लिए फोरम को बुलाया गया। फोरम के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा के बाद भी मध्य क्षेत्र कंपनी के प्रबंध संचालक महोदय द्वारा वेतन देने से स्पष्टता मना किया गया एवं वेतन2022 का आधार सर्टिफिकेट को बनाया गया। निरंतर कंपनी अंतर्गत संसाधनों एवं कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। अधिकारी कर्मचारी निरन्तर सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं। वहीं उनके स्थान पर नियमित कर्मियों की भर्ती नहीं हो रही है निरंतर मैदानी क्षेत्रों से बिजली कर्मियों एवं संसाधनों की कमी की मांग उठती है। लेकिन भोपाल के बड़े कार्यालय तक वह आवाज नहीं पहुंच पाती है। सब कुछ जानते हुए भी उक्त कमी को बड़े कार्यालयों के द्वारा नजरअंदाज किया जाता है। किसी तरहअधिकारी एवं कर्मचारी बिजली व्यवस्था को सुचारू बनाए हुए हैं। ऐसी विपरीत परिस्थिति में अधिकारी एवं कर्मचारियों का वेतन रोकना एक तानाशाही पूर्ण कार्यप्रणाली को प्रदर्शित करता है।

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