रायपुर. विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर 7 और 8 अगस्त को विशेष रूप से संरक्षित जनजातियों की पारंपरिक खेल मड़ई का आयोजन स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कोटा रायपुर में किया जाएगा. खेल मड़ई में पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल जैसे- तीरंदाजी, गुलेल, मटका दौड़, गिल्ली-डंडा, गेड़ी-दौड़, भौंरा, फुगड़ी (बालिका वर्ग), बिल्ला (बालिका वर्ग), कबड्डी, रस्साखींच, सत्तुल (पिठुल), भारा दौड़, बोरा-दौड़, सुई-धागा दौड़ (बालिका वर्ग), मुदी लुकावन (गोटी लुकावन), तीन टंगड़ी दौड़ तथा नौकायन (वयस्क वर्ग के लिए) आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा.

आदिम जाति एवं अनुसूचित जाति विकास विभाग द्वारा आयोजित यह प्रतियोगिता बालक एवं बालिकाओं के लिए दो वर्ग 14 से 18 वर्ष आयु वर्ग और खुली प्रतियोगिता अंतर्गत 18 वर्ष एवं उससे अधिक की महिला और पुरुष के लिए पारंपरिक रूप से खेले जाने वाले खेल प्रतियोगिताएं आयोजित होगी. जिला स्तर पर अभिकरण क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विकासखंडों से खेलवार विशेष संरक्षित जनजातीय समुदायों से एंट्री आमंत्रित किया जाएगा. उल्लेखनीय है कि जिलों में 22 से 28 जुलाई तक खेल प्रतियोगिताएं आयोजित की गई थी. जिला स्तर से चयन के बाद 17 जिले के लगभग 700 प्रतिभागी इस राज्य स्तरीय आयोजन में शामिल होंगे.

सांस्कृतिक कार्यक्रम में 7 दल देंगे प्रस्तुति
खेल मड़ई आयोजन के अंतर्गत 7 अगस्त को पंडित जवाहरलाल नेहरू शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय के ऑडिटोरियम में संध्या 5 बजे विशेष रूप से पिछड़ी जनजातिय समूह के सांस्कृतिक दलों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया जाएगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम आदिम जाति तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम के मुख्य आतिथ्य और संसदीय सचिव द्वारकाधीश यादव की अध्यक्षता में होगा. सांस्कृतिक कार्यक्रम में विशेष संरक्षित जनजातियों के 7 दल अपनी प्रस्तुति देंगे.

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