रायपुर- मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने प्रदेश सरकार के जल संसाधन विभाग को वाटर डाइजेस्ट अवार्ड से सम्मानित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की है। उन्होंने इस महत्वपूर्ण राष्ट्रीय उपलब्धि के लिए जल संसाधन मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, मुख्य सचिव अजय सिंह और जल संसाधन विभाग के सचिव सोनमणि बोरा सहित विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को बधाई दी है। मुख्यमंत्री को आज दोपहर यहां उनके निवास कार्यालय में विभाग के सचिव सोनमणि बोरा ने विभागीय अधिकारियों के साथ आकर यह राष्ट्रीय पुरस्कार भेंट किया।

उल्लेखनीय है कि जल संसाधन विभाग को यह राष्ट्रीय पुरस्कार पिछले सप्ताह नई दिल्ली में विश्व जल दिवस के अवसर पर आयोजित समारोह में केन्द्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के हाथों प्रदान किया गया था। विभाग की ओर से सोनमणि बोरा ने यह पुरस्कार ग्रहण किया था। मुख्यमंत्री को आज बोरा ने यह पुरस्कार भेंट किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की मंशा के अनुरूप जल संसाधन मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल के निर्देश पर विभाग ने इस वर्ष व्यापक जनभागीदारी से सिंचाई और जल प्रबंधन को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है।

किसानों की आमदनी दोगुनी करने के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विशेष अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में इस वर्ष लघु सिंचाई योजनाओं पर ज्यादा ध्यान दिया जाएगा, ताकि हर खेत को पानी और बूंद-बंूद से अधिक फसल (इच ड्रॉप मोर क्रॉप) की नीति को साकार करते हुए राज्य में कृषि उत्पादन को और भी ज्यादा बढ़ाया जा सके। इस उद्देश्य से जल संसाधन विभाग ने इस वर्ष अगले दो माह अप्रैल और मई 2018 में 1400 करोड़ रूपए से ज्यादा लागत की 72 लघु सिंचाई परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण की तैयारी शुरू कर दी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को इन परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया। बोरा ने बताया कि इनमें से 491 करोड़ 66 लाख रूपए की 43 परियोजनाओं के शिलान्यास और 928 करोड़ 46 लाख रूपए की 29 परियोजनाओं के लोकार्पण की तैयारी की जा रही है। इनमें स्टाप डेम, एनीकट, नये तालाब, बैराज, बाढ़ नियंत्रण आदि से संबंधित परियोजनाएं शामिल हैं।