प्रतीक चौहान. रायपुर. छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर… और राजधानी रायपुर का एक विधानसभा क्षेत्र रायपुर पश्चिम… क्षेत्र के विधायक विकास उपाध्याय…
लेकिन न जाने क्षेत्र का ये कैसा विकास हो रहा है कि अब यहां लोगों को महंगाई के नाम पर मुफ्त में सिगड़ी बांटी जा रही है… दावा किया जा रहा है कि लकड़ी वाली इस सिगड़ी से धुआ नहीं होगा और इससे प्रदूषण भी नहीं फैलेगा. अब ये न जाने ऐसी कौन सी चमत्कारी सिगड़ी है कि जिसमें लकड़ी जलाने पर धुंआ नहीं होगा.
हुआ दरअसल कुछ यूं कि पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में दो दिनों से लोगों के हाथों में सिगड़ी ही सिगड़ी दिखी. लोगों ने पता करना शुरू किया, तो पता चला कि खमतराई बाजार और संतोषी मंदिर में मुफ्त में सिगड़ी बांटी जा रही है.
लल्लूराम डॉट कॉम ने इस मुफ्त की सिगड़ी की पड़ताल की तो पता चला कि क्षेत्र के विधायक विकास उपाध्याय पर्यावरण बचाओं पोस्ट के साथ हर वर्ग के लोगों को मुफ्त में सिगड़ी बंटवा रहे है.
क्या-क्या चाहिए मुफ्त में सिगड़ी के लिए ?
क्षेत्र के लोगों को मुफ्त में सिगड़ी के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज मांगे जा रहे है. इसमें आधार कार्ड और रायपुर पश्चिम क्षेत्र का वोटर आईडी अनिवार्य है. अब मुफ्त में सिगड़ी बंट रही है तो स्वाभाविक है, लंबी कतारे भी लगेगी.
मुफ्त की सिगड़ी लेने के लिए लोग सुबह से लाईन में लगे हुए है और वहां 1 दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और कुछ लोग भी लोगों को रिझाने में लगे हुए है कि गैस की महंगाई के कारण क्षेत्र के विधायक विकास उपाध्याय मुफ्त में सिगड़ी बंटवा रहे है.
शासकीय मद से नहीं हुई सिगड़ी की खरीदी- विकास उपाध्याय
इस संबंध में मुफ्त सिगड़ी बंटवाने वाले विधायक विकास उपाध्याय से बात की गई. लल्लूराम डॉट कॉम ने विधायक से सिगड़ी किस मद से खरीदी गई ये पूछा, तो उन्होंने स्पष्ट किया कि इस सिगड़ी की खरीदी में किसी भी प्रकार का शासकीय मद इस्तेमाल नहीं किया गया है. उनसे जब ये पूछा गया कि कितनी संख्या में सिगड़ी बंटवाई गई है तो उन्होंने ये जानकारी देने से भी इनकार कर दिया. हालांकि लल्लूराम डॉट कॉम द्वारा बनाए वीडियो में कांग्रेस नेता ने बताया है कि 50 से 60 हजार सिगड़ी बांटी जा चुकी है. हालांकि विकास उपाध्याय ने इस सिगड़ी को अपने विभिन्न स्रोत से मिलाना और क्षेत्र के लोगों को बंटवाना बताया.
ये वीडियो जरूर देंखे, यहां Click कर देंखे Video 👈 👈 👈
अब सवाल ये है कि यदि बिना शासकीय मद से यदि कोई विधायक अपने दम पर इतनी बड़ी मात्रा में सिगड़ी बंटवा सकते है तो क्या क्षेत्र का विकास भी बिना शासकीय मद से संभव है ? क्या विधायक को विधायक मद की जरूरत नहीं है ? वहीं दूसरा सवाल और जांच का विषय ये है कि जिन स्रोतों के माध्यम से ये बंटवाया जा रहा है, क्या उन्हें कोई दूसरा लाभ तो नहीं दिया जा रहा ?
इसके बांटने के पीछे का उद्देश्य स्पष्ट नहीं !
- अब सवाल ये है कि 3000 रुपए के एमआरपी वाली इस लकड़ी से जलाए जाने वाली सिगड़ी की खरीदी किस मद से हुई ?
- ये सिगड़ी कितने रूपए की है ?
- इसको मुफ्त में बांटने के पीछे का उद्देश्य क्या है ?
- इस सिगड़ी से क्या प्रदूषण नहीं होगा ?
- क्या संपन्न परिवार भी अपने घर में गैस को छोड़कर सिगड़ी में खाना पकाएंगे ?
- क्या ये जांच का विषय नहीं कि ये खरीदी किस मद से हुई ?
ये खबरें भी जरूर पढ़े-
- स्वास्थ्य मंत्री जी संज्ञान लीजिए… सिस्टम की लापरवाही ने विशेष संरक्षित जनजाति के नवजात को मार डाला !
- Masik Shivratri 2024: मासिक शिवरात्रि का क्या महत्व है? इस महीने व्रत की तारीख नोट कर लें…
- Uttarakhand News: ‘आपदा न्यूनीकरण’ के तहत प्रदेश के मिलेगा 139 करोड़, अमित शाह की अध्यक्षता में हुई बैठक में मिली मंजूरी
- संविधान दिवस पर डिंपल यादव का बीजेपी पर बड़ा हमला, जानें संभल की घटना क्या कहा?
- ‘…तेजस्वी यादव सरकार में नहीं थे’, आरक्षण मुद्दे पर अशोक चौधरी ने दिया नेता प्रतिपक्ष को जवाब