नई दिल्ली। सीबीआई की छापेमारी के बाद दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को डराने के लिए केंद्र सरकार हर तरह के हथकंडे इस्तेमाल करने का आरोप लगाया. मनीष सिसोदिया ने शनिवार को दावा किया कि 2024 का लोकसभा चुनाव अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच होगा.

मनीष सिसोदिया ने प्रेस कांफ्रेंस में नई आबकारी नीति का बचाव करते हुए कहा कि इसे पूरी पारदर्शिता के साथ लागू किया गया था. इसमें कोई घोटाला नहीं हुआ है. दरअसल, भाजपा अरविंद केजरीवाल को रोकना चाहती है, क्योंकि दिल्ली सरकार के शिक्षा और स्वास्थ्य पर किए गए काम की दुनियाभर में चर्चा हो रही है. सिसोदिया ने दावा किया कि पंजाब विधानसभा चुनाव में पार्टी की जीत के बाद आम आदमी पार्टी के नेताओं को निशाना बनाया जा रहा है. क्योंकि भाजपा की चिंता अरविंद केजरीवाल हैं, जिन्होंने इस देश के लोगों का प्यार हासिल किया है और एक ‘राष्ट्रीय विकल्प’ के रूप में उभरे हैं.

मनीष सिसोदिया के 2024 के लोकसभा चुनाव को अरविंद केजरीवाल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच की जंग बताने पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा कि यह एक अच्छा खेल होगा. कई राज्यों में लोग अरविंद केजरीवाल को जानते ही नहीं. पीएम मोदी पिछली बार 300 से अधिक सीटों के साथ सत्ता में आए थे. 2024 में 450 सीटों के साथ फिर आ जाएंगे. यदि आपने पीएम मोदी के खिलाफ किसी ऐसे व्यक्ति को दावेदार बता रहे हैं, जिसका नाम भारत के कई हिस्सों में जाना भी नहीं जाता, तो भाजपा को खुशी ही होगी.

हिमंता बिस्वा सरमा ने दिल्ली के हेल्थकेयर माॅडल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि सबसे पहले तो दिल्ली का मोहल्ला क्लीनिक देश में स्वास्थ्य सेवा का मॉडल नहीं हो सकता. अगर कोई मॉडल हो सकता है, तो लोगों को असम आना चाहिए और देखना चाहिए कि कैसे हर जिले में हम एक मेडिकल कॉलेज को बढ़ावा दे रहे हैं. अगर दिल्ली का मोहल्ला क्लीनिक भारत में स्वास्थ्य सेवा का मॉडल है, तो कोई भी भारत में नहीं आएगा और स्वास्थ्य सेवा को मॉडल के रूप में नहीं देखेगा.

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