रायपुर- महानदी पानी को लेकर ओडिशा-छत्तीसगढ़ के बीच बढ़ते विवाद के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने दो टूक जवाब दिया है। उन्होंने कहा है कि ये राज्यों के बीच का विवाद नहीं है। किस राज्य को पानी कितना मिले, ये ना तो मैं तय कर सकता हूं और ना ही ओडिशा सरकार। ये तय करने का अधिकार केवल सीडब्ल्यूसी यानी सेंट्रल वाटर कमीशन को है।
मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह का ये बयान उस वक्त आया है, जब महानदी के पानी को लेकर एक बार फिर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सवाल उठाया था। पटनायक ने कहा था कि छत्तीसगढ ने ओडिसा के हितों की अनदेखी करते हुए कलमा बैराज का गेट बंद कर दिया है। गेट बंद होने की वजह से महानदी का पानी ओडिशा के एक बड़े हिस्से को नहीं मिल पा रहा। पटनायक ने इस सिलसिले में हाल ही में मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह को पत्र भी लिखा था, जिसके जवाब में बृजमोहन अग्रवाल ने कड़ा बयान जारी करते हुए कहा था कि ओडिशा सरकार का आरोप निराधार और तथ्यहीन है।
जापान और दक्षिण कोरिया के दौरे से लौटने के बाद मुख्यमंत्री डा.रमन सिंह ने कहा कि सीडब्ल्यूसी की अनुमति के आधार पर ही डैम बनाए जाते हैं। राज्यों के बीच पानी का बंटवारा भी सीडब्ल्यूसी ही करता है, तो ऐसे में ओडिशा की ये आपत्ति ठीक नहीं है। डा.रमन सिंह ने कहा कि महानदी में पानी का फ्लो केवल चार महीने ही होता है। राजिम यदि कोई चला जाए, तो रेत में ही नहाना पड़ेगा, क्योंकि पानी का बहाव नहीं होता। रेत में एक-दो फीट नीचे खोदने पर ही पानी मिलता है।