अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश के धार जिले के बहुचर्चित कारम डैम रिसाव मामले में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है। रिपोर्ट में डैम निमार्ण भ्रष्टाचार सहित अधिकारियों की गंभीर लापरवाही सामने आई है। रिसाव का कारण डैम निर्माण में स्थानीय स्तर पर बड़ी लापरवाही और बांध में पानी छोड़ने में जल्दबाजी को भी कारण बताया गया है।

कारम डैम मामले में जांच समिति ने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट की कई महत्वपूर्ण बातों में बांध के निर्माण में स्थानीय स्तर पर भारी लापरवाही बरती गई है। बांध में पानी भरने में काफी जल्दबाजी की गई। बांध की ऊंचाई को देखते हुए अनुभवी इंजीनियरों की जरूरत थी,जो कि नहीं किया गया।

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जांच दल ने बांध की दीवार में कई खामियां गिनाई गई है। इनमें देख-रेख का जिम्मा संभालने वाले अधिकारियों ने भी बड़ी लापरवाही बरती है। बांध की पाल काली मिट्टी से तैयार की गई एवं पत्थर और मुरम से ढका भी नहीं गया। मिट्टी में कंकर थे जिसके कारण मिट्टी में कटाव शुरू होने से पानी का रिसाव हुआ है।

बात दें इस मामले को लेकर प्रदेश में सियासी पारा चढ़ गया था। विपक्षी पार्टी कांग्रेस ने बीजेपी पर डैम निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। राज्य की राजनीति में मामला कई दिनों तक गर्म था।

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