अमृतांशी जोशी, भोपाल। मध्यप्रदेश लगातार हो रही बारिश ने कई जिलों में भारी तबाही मचाई। गांव से लेकर शहर से तक के हालात बिगड़े हुए है। तबाही के बीच एमपी के लिए राहत वाली खबर मौसम विभाग की ओर से आई है। मौसम विभाग ने बारिश के रेड अलर्ट जोन से मध्यप्रदेश बाहर (MP out of red alert zone of rain) हो गया है। मौसम विभाग ने एमपी को रेड अलर्ट जोन से बाहर कर दिया है। हालांकि प्रदेश में अभी भी हल्की बारिश होती रहेगी। विभाग ने भोपाल, इंदौर, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग के जिलों में हल्की बौछार होने का अंदेशा जताया है। साथ ही चंबल-ग्वालियर, शहडोल, रीवा, जबलपुर और सागर में भी ऐसा ही मौसम रहेगा। कई जगहों पर बिजली गिरने का अलर्ट जारी किया है। वहीं धार, अलिराजपुर, झाबुआ और रतलाम में बारिश को लेकर येलो अलर्ट जारी किया है।
इधर बारिश से हुई क्षति के आंकलन के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने देर रात अतिवृष्टि से प्रभावित ज़िलों के कलेक्टर के साथ बैठक की। विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए जुड़े ज़िलों के कलेक्टर-अधिकारी जुटे। विदिशा, मुरैना, राजगढ़, भिंड, ग्वालियर की सीएम ने जानकारी जुटाई। साथ ही कलेक्टर को बाढ़ और बारिश की स्थिति को लेकर अलर्ट रहने के निर्देश दिए। बैठक में सीएम ने व्यवस्थाओं का अप्डेट लिया। लोगों को सुरक्षा को पहली प्राथमिकता बताया।
राजधानी भोपाल में हालात साम्य करने जुटा प्रशासन
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में लगातार दो दिन हुई बारिश ने भारी तबाही मचाई। जिससे शहर से लेकर गांवों तक के हालात बिगड़ गए। निचली बस्तियों में पानी भर गया, वहीं सैकड़ों पेड़ भी इस तूफानी बारिश में गिर गए। बारिश थमने के बाद राजधानी की स्थिति को सामान्य करने में प्रशासन जुट गया है। जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह (Minister Bhupendra Singh) ने अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में अधिकारियों को अतिवृष्टि से बने हालातों की समीक्षा कर निर्देश दिए। जिला प्रभारी मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने नालों के ऊपर से अतिक्रमण को सख्ती से हटाने के निर्देश दिए। भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि ड्रेनेज सिस्टम व्यवस्थित होना चाहिए। शुध्द पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित करें। बिजली से संबंधित शिकायतों का तुरंत निराकरण करें।
जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट ने डैमों की स्थिति का लिया जायजा
प्रदेश में लगातार बो रही बारिश और कारम बांध विभिषिका को देखते हुए प्रदेश सरकार प्रदेश में बांधों की स्थिति को लेकर अलर्ट मोड पर है। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट (Water Resources Minister Tulsi Silavat) ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से अधिकारियों के साथ बैठक की। मंत्री ने जल-भराव, जल निकासी और नहरों की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की। बैठक में बांधों और नदियों में जल-भराव की स्थिति पर निगाह रखने के निर्देश दिए। मंत्री ने बैठक में अधिकारियों को बांधों की स्थिति को लेकर हर घंटे रिपोर्ट विभाग को सौंपने के निर्देश दिए। जिला प्रशासन और संभागायुक्त को लगातार अलर्ट पर रहने के निर्देश दिए। साथ ही बाढ़ को देखते हुए बरगी-तवा डैम से रणनीतिक तरीके से पानी छोड़ने को कहा।
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक