रायपुर. विधानसभा चुनाव का चुनावी शंखनाद मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह मई से करेंगे. रमन सिंह मई के तीसरे सप्ताह से विकास यात्रा का आगाज़ करेंगे. ये यात्रा दो चरणों में चलेगी. पहला चरण मई से शुरु होगा जबकि दूसरा चरण अगस्त से सितंबर तक चलेगा.

मुख्यमंत्री के इस ऐलान के साथ ही बीजेपी चुनावी समर में कूद पड़ी है. मुख्यमंत्री इससे पहले भी चुनावी साल में विकास यात्राएं करते रहे हैं. 2013 में उनकी यात्रा दंतेवाड़ा से शुरु होकर अंबिकापुर तक चली थी.  अभी विकास यात्रा की रुपरेखा मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक नहीं की है. लेकिन माना जा रहा है कि देवी की पूजा अर्चना के साथ ही मुख्यमंत्री इसका आगाज़ करेंगे.

विकास यात्रा में मुख्यमंत्री पिछले पांच साल के विकास कार्यों को लेकर जनता के बीच जाएंगे. इससे पहले लोकसुराज यात्रा के ज़रिए मुख्यमंत्री पूरा प्रदेश एक बार नाप चुके हैं. संभावना है कि रमन सिंह अपनी विकास यात्रा सड़क मार्ग से विकास रथ के ज़रिए उसी तरह करेंगे, जिस तरह वे पहले करते आए हैं. मार्च में बीजेपी पार्टी के विधायक और प्रभारी प्रदेश की सभी 90 विधानसभा सीटों पर पदयात्रा कर चुके हैं. लिहाज़ा बीजेपी इस मामले में अब सबसे आगे हो चुकी है.

बीजेपी नेताओं की पदयात्रा से पहले कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल पदयात्रा के ज़रिए आधा प्रदेश नाप चुके हैं. लेकिन बड़ा सवाल है कि भूपेश अपनी पदयात्रा पूरी करेंगे या फिर अब कोई दूसरी यात्रा शुरु करेंगे. चूंकि मुख्यमंत्री ने विकास यात्रा का ऐलान कर दिया है. तो क्या कांग्रेस भी इसका जवाब देने के लिए कोई दूसरी यात्रा निकालेगी. क्योंकि पिछले चुनाव में विकास यात्रा के जवाब में कांग्रेस के तात्कालीन प्रदेश अध्यक्ष स्व. नंदकुमार पटेल ने अंबिकापुर से परिवर्तन यात्रा शुरु की थी.

लेकिन ये पदयात्रा तब अधूरी छूट गई थी. जब मई में ही बस्तर के दरभा घाटी में नक्सलियों ने हमला करके नंदकुमार पटेल, महेंद्र कर्मा और विद्याचरण शुक्ल समेत 30 से ज़्यादा कांग्रेसियों की हत्या कर दी थी. इसके बाद प्रदेश अध्यक्ष बने चरणदास महंत इस यात्रा को आगे बढ़ाने का जोखिम नहीं उठा पाए.

इधर, कांग्रेस से अलग होकर जनता कांग्रेस बनाकर चुनाव में उतरने की तैयारी कर चुके अजीत जोगी भी पूरे प्रदेश का दूसरी बार दौरा कर कर रहे हैं. जबकि आम आदमी पार्टी भी पूरे प्रदेश में दौरा कार्यक्रम चला रही है.