रेणु अग्रवाल,धार। मध्यप्रदेश के धार जिले के बदनावर के नागदा का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. लहसुन किसानों के लिए नुकसानदायक फसल साबित हो रही है. इसके भाव किसानों को कम मिल रहे हैं. लागत तो दूर मंडी तक बिक्री के लिए ले जाने पर भाड़ा भी नहीं निकल रहा है. ऐसे में किसान लहसुन फेंक रहे हैं. चामला नदी में 3 किसानों ने आयशर भरकर तकरीबन 100 कट्टे लहसून नदी में फेंक दी. क्योंकि लहसुन 1 रुपये किलो बिक रहा था. इस पूर्व सीएम कमलनाथ ने सरकार को घेरा है.
दरअसल नागदा के पास चामला नदी में किसान कमल सिंह निवासी गोपाल खेड़ी, कृषणा सांखला गणेश पवार ने पिकअप में लहसुन भरकर सुखी हुई चामला नदी में फेंक दिया है. लहसुन से भरे कट्टे फेंकने का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इन किसानों का कहना है कि लहसुन का भाव नही मिल रहा है. 40 कट्टे बिक्री के लिए इंदौर लेकर गए थे. जिसमें भाड़ा माल आदि का खर्चा मिलाकर करीब 1800 रुपये खर्च हो गए. उनकी सफाई करवाई वह अलग.
भाव नहीं मिलने से किसानों ने आयशर में भरकर अपना लहसुन चामला नदी में फेंक दिया. अब यह वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, जो कि अब तेजी से वायरल हो रहा है. बताया जा रहा है कि किसान कृषणा सांखला ने यह वीडियो बनवाकर सोशल मीडिया पर डाला है.
पूर्व सीएम कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है कि मध्यप्रदेश में शिवराज सरकार में यह है किसानों की स्थिति और किसानों की आय दोगुनी करने के दावे का सच. किसान को उसकी उपज का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है और वो निरंतर क़र्ज़ के दलदल में फँसता जा रहा है. लहसुन एक रुपये से भी कम में बिक रहा है. घाटे के कारण किसान इसे कभी आग के हवाले कर रहे है और कभी नदी में बहा रहे है. किसानों की आय दोगुनी तो नहीं हुई लेकिन उत्पादन लागत ज़रूर दोगुनी हो गयी है , खेती घाटे का धंधा बनती जा रही है. मैं सरकार से माँग करता हूँ कि तत्काल आवश्यक निर्णय लेकर किसानों को राहत प्रदान की जाए.
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