मुख्यमंत्री समेत 6 अन्य लोगों के खिलाफ याचिका दायर की गई है. जिसमें कथित रूप से एक विशेष समुदाय की भावना को आहत करने का आरोप लगाया गया है. बताया जा रहा है कि ये मामला एक मंदिर विवाद से जुड़ा है. आरोप है कि मंदिर में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के बाद भी सीएम अपने कैबिनेट मंत्री को मंदिर में ले गए.

दरअसल, पूरा मामला बिहार का है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और 6 अन्य के खिलाफ मुजफ्फरपुर की निचली अदालत में कथित रूप से हिंदू समुदाय की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के आरोप में एक याचिका दायर की गई है. याचिकाकर्ता के वकील रवींद्र सिंह ने कहा कि मामला गया के विष्णुपद मंदिर विवाद से जुड़ा है जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मुस्लिम कैबिनेट मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी को गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक के बावजूद मंदिर के अंदर ले गए थे. मामले में नीतीश कुमार के अलावा मंसूरी, SSP, जिलाधिकारी और गया के SDO समेत 6 और लोगों को भी नामजद किया गया है.

दो सितंबर हो होनी है सुनवाई

रवींद्र ने कहा कि “मेरे मुवक्किल आचार्य चंद्र किशोर पाराशर ने हिंदू समुदाय की भावनाओं को आहत करने के लिए नीतीश कुमार और 6 अन्य के खिलाफ याचिका दायर की. मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट रूप से उल्लेख किया कि गैर-हिंदू लोगों को अंदर जाने की अनुमति नहीं है. फिर भी नीतीश कुमार मंत्री मोहम्मद इसराइल को विष्णुपद मंदिर के अंदर ले गए. मामले की सुनवाई दो सितंबर को होनी है”.

भाजपा ने की माफी की मांग

सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री मोहम्मद इसराइल मंसूरी के साथ नीतीश कुमार सोमवार को विष्णुपद मंदिर गए थे. मुख्यमंत्री ने मंदिर के गर्भगृह के अंदर पूजा भी की. इस दौरान मंसूरी भी वहां मौजूद थे. इस घटना ने बाद में एक विवाद को जन्म दिया और भाजपा ने मुख्यमंत्री से धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए माफी की मांग की.

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