अजयारविंद नामदेव, शहडोल। क्रिश्चयन अस्पताल और और जायसवाल केयर हॉस्पिटल का रजिस्ट्रेशन निरस्त कर दिया गया है। शहडोल सीएमएचओ डॉक्टर आरएस पांडेय ने फायर सेफ्टी एनओसी सहित प्रदूषण बोर्ड का प्रमाण पत्र और बिजली सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं होने के कारण ये कार्रवाई की है। वहीं 13 हॉस्पिटल को फायर सेफ्टी एनओसी नहीं मिलने तक मरीजों का इलाज और भर्ती पर रोक लगा दी है।
दरअसल कलेक्टर द्वारा गठित 4 सदस्यीय टीम ने गुरुवार को शहडोल के18 निजी अस्पताल और नर्सिंग होम में फायर सेफ्टी एनओसी सहित प्रदूषण बोर्ड का प्रमाण पत्र और बिजली सुरक्षा की जांच की। जांच के दौरान आदित्य अस्पताल, श्री राम अस्पताल और हातमी अस्तपाल के पास 3 साल की अस्थाई एनओसी मिली। वहीं क्रिश्चयन अस्पताल और जायसवाल केयर अस्पताल का रजिस्ट्रेशन फायर सेफ्टी एनओसी सहित प्रदूषण बोर्ड का प्रमाण पत्र नहीं होने के कारण निरस्त कर दिया।
वहीं 13 नर्सिंग होम के पास फायर सेफ्टी एनओसी नहीं मिला। जिसमें अमृता अस्पताल, श्याम केयर अस्पताल, देवाशी अस्पताल, मुददा मेटरनिटी होम, डॉक्टर राजेन्द्र सिंह मल्टी स्पेशलटी ट्रामा सेन्टर, सराफ अस्पताल, देवाता अस्पताल, मेवाड अस्पताल, जेजे अस्पताल अमलई, स्वातिक हेल्थ केयर (धनपुरी) और अविका अस्पताल, (धनपुरी) है। इन अस्पतालों को 30 दिन के अंदर अस्थाई फायर एनओसी लेने का आदेश जारी किया गया। तबतक इन अस्पतालों में मरीजों के इलाज और भर्ती पर रोक लगा दी गई है। एनओसी नहीं लेने पर इन अस्पतालों का पंजीयन भी निरस्त किया जाएगा।
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