News Update: 11 दिन पहले यानी 15 अगस्त को कैबिनेट मंत्री, कलेक्टर, एसपी ने सराहनीय कार्यों के लिए जिस जिला शिक्षा अधिकारी को सम्मानित किया था और आज उसी अधिकारी को एसीबी ने 50 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा है. कमाल की बात है कि जिला शिक्षा अधिकारी का 5 दिन बाद ही रिटायरमेंट था, लेकिन उससे पहले रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए.

दरअसल राजस्थान में गुरुवार को दो घूसखोर सरकारी कारिंदे एसीबी के हत्थे चढ़े. पहली कार्रवाई में प्रदेश के जैसमलमेर जिले की एसीबी टीम ने बाड़मेर में कार्रवाई करते हुए जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक सहित उनके दो दलालों को परिवादी से 50 हजार की घूस लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया. एसीबी के मुताबिक जैसलमेर इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई थी कि, उसके निलंबन काल के समस्त परिलाभ दिलवाने एवं विभागीय जांच में मदद करने की एवज में बाड़मेर में पदस्थ जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारंभिक) केसरदान रत्नू ने दो 2 लाख रुपए घूस के तौर पर मांगे. जिसके बाद स्कूल के टीचर बाबूलाल ने एसीबी जैसलमेर में शिकायत दी.

15 अगस्त को हुआ था सम्मान

ये वहीं जिला शिक्षा अधिकारी है जिसे 15 अगस्त को कैबिनेट मंत्री हेमाराम चौधरी और कलेक्टर-एसपी ने प्रारंभिक शिक्षा द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए डीईओ केसर दान रत्नू को सम्मानित किया था. 36 सालों की सरकारी सेवा के बाद इसी महीने की 31 तारीख यानी 5 दिन बाद केसर दान रत्नू का रिटायरमेंट होना था.

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