हर्षराज गुप्ता, खरगोन। मोबाइल पर ऑनलाइन गेम खेलने का शौक भारी पड़ गया। इसी शौक के चलते लाखों रुपए की धोखाधड़ी करने वाले आरोपी को जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया है।

मामला ऊन थाना क्षेत्र के अंतर्गत सेगांव का है, जहां नागलवाड़ी लिफ्ट एरिगेशन योजना के तहत नहर निर्माणकर्ता प्राइवेट कंपनी के अकाउटेंट को ऑनलाइन जुआ खेलने की लत लग गई। उसने कंपनी को 60 लाख रुपए का चूना लगाकर फर्जीवाड़ा कर दिया। इंदौर के युवक को पुलिस ने भोपाल से गिरफ्तार पूछताछ कर रही है।

जानकारी के अनुसार ऊन थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम दोमवाड़ा के सुतारपुरा में लक्ष्मी सिविल इंजीनियर सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेट कंपनी का ऑफिस हैं। उक्त ऑफिस में कार्यरत अकाउटेंट आशीष पिता रामकुंवर ठाकुर (36) द्वारा कंपनी के साथ धोखाधड़ी करते हुए 60 लाख रुपए का गबन किया। यह राशि आरोपी ऑनलाइन कैसीनो गेम (जुएं) में हार गया था। पकड़े जाने के डर से करीब डेढ़ महीने से फरार चल रहा था। 30 जुलाई को उसके विरुद्ध ऊन थाने में केस रजिस्टर्ड हुआ था।

1.29 करोड़ का ट्रांजेशन, 60 लाख गबन
ऊन टीआई गीता सोलंकी ने बताया कि नहर निर्माण कंपनी द्वारा पिछले तीन से चार सालों से क्षेत्र में काम किया जा रहा है। कंपनी ने दोमवाड़ा में ऑफिस खोल रखा है। जहां आरोपी आशीष ठाकुर निवासी सुखलिया इंदौर अकाउटेंट के रूप में पदस्थ था। उसके पास सारा हिसाब-किताब था। आरोपी द्वारा करीब 1.29 करोड़ का ट्रांजेशन किया था। इसमें 60 लाख रुपए का गबन पाया गया। जिसकी शिकायत कंपनी के अधिकारियों ने थाने पर की थी। पिछले करीब एक महीने से आरोपी इधर-उधर छिपते फिर रहा था। वहीं उसकी खोजबीन में एक टीम भी लगी थी। बुधवार को आरोपी को भोपाल से गिरफ्तार कर ऊन लगाया गया, जहां पूछताछ जारी है।

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