रायपुर। वनमंत्री का करीबी बन कर दिल्ली के एक कारोबारी से लाखों रुपए की ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने ठगी करने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए आरोपियों का नाम राजेन्द्र सेन, मुकेश श्रीवास, संकट मोचन चंडोल, अमित सोनी, दिव्यकांत विश्वकर्मा है. गिरफ्तार किए गए सभी आरोपी पत्रकारिता के क्षेत्र से जुड़े हुए लोग हैं. इन शातिर ठगों का सरगना राजेन्द्र सेन नाम का व्यक्ति बताया जा रहा है जो कि किसी लोकल अखबार का संपादक है. आरोपियों के पास से पुलिस ने प्रधान मुख्य वन संरक्षक का फर्जी सील, फर्जी वर्क आर्डर और कई फर्जी दस्तावेज बरामद किए हैं.

पीड़ित कारोबारी
मामला तेलीबांधा थाना क्षेत्र का है इन शातिर ठगों ने दिल्ली के एक कारोबारी अभिनव कृष्ण अग्रवाल को पौधे सप्लाई का 26 करोड़ रुपए के 5 ठेके वन विभाग में दिलाने के नाम पर अपने झांसे में ले लिया. आरोपी इतने शातिर हैं कि इन्होंने पीड़ित कारोबारी के साथ विभागीय एग्रीमेंट करवाने रायपुर के एक बड़े होटल में तीन लोगों को पीसीसीएफ, उनका स्टेनो और एकाउंटेंट बनाकर पेश किया. एग्रीमेंट हस्ताक्षर के बाद
फर्जी वर्क आर्डर
यही नहीं इन शातिर आरोपियों ने कारोबारी को फोन के कान्फ्रेंस में लेकर एक ऐसे व्यक्ति से बात कराई जो कि खुद को वन मंत्री बताते हुए उन्हें ठेका देने का भरोसा दिलाया. जिसके बाद पंजीयन इत्यादि के नाम से  कारोबारी से अलग-अलग किश्तों में आरोपियों ने 14 लाख रुपए ऐंठ लिए. आरोपियों ने बकायदा पौधे सप्लाई का फर्जी वर्क आर्डर भी
इसी दौरान जब पीड़ित अपने साथी के साथ रायपुर पहुंचा तो आरोपियों ने उसका फोन उठाना बंद कर दिया. जिसके बाद पीड़ितों ने वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि ऐसा कोई भी टेंडर विभाग द्वारा नहीं नहीं निकाला गया. ठगी का शिकार हुए कारोबारी ने पुलिस में मामले की शिकायत दर्ज कराई और जांच के दौरान पुलिस को उसी होटल से आरोपियों के सुराग हासिल हुए जिसके बाद पुलिस की टीम ने मंडला मध्यप्रदेश जाकर सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस के अनुसार आरोपियों ने इसके पहले भी इसी तरह कई लोगों को अपने झांसे में लेकर ठगी कर चुके हैं. पुलिस ने रविवार को सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश कर सभी को 5 दिन की रिमांड में ले ली है जिसके बाद यह माना जा रहा है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी मामलों का खुलासा हो सकता है.