वेंकटेश द्विवेदी, सतना। मध्यप्रदेश में बीते दिनों से भारी बारिश के चलते कई जिलों के नदी नाले उफान पर है। पुलों के ऊपर से पानी बह रहा है। कई जिलों में बाढ़ में घिरे और डूबे लोगों का रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थानों में पहुंचाया गया है। वहीं सरकार की ओर से भी राहत और बचाव किया जा रहा है। इस बीच प्रदेश के सतना जिले से मूक पशुओं (गौवंश) के साथ क्रूरता का वीडियो सामने आया है। वीडियो में कुछ ग्रामीण गायों के साथ अमानवीय व्यवहार करते दिखाई दे रहे है। इस वायरल वीडियो की पुष्टि लल्लूराम डॉट काम नहीं करता है।

वारयल वीडियो में कुछ ग्रामीण एक दर्जन गायों को घेरकर पुल पर तेज बहाव तक ले गए और डंडे के बल पर चारों तरफ घेरकर नदी में धकेल रहे हैं। गौवंशों के लिए एक तरफ कुआ दूसरी तरफ खाई वाली स्थिति निर्मित हो गई थी। डंडे के डर से सभी गाये एक-एक कर तेज धार में कूद गई। कुछ गाये जान बचाने के लिए पुल के किनारे तक पहुंचकर चढ़ने लगी तो डंडे के बल पर पीट-पीट कर फिर से नदी में जाने के लिए मजबूर कर दिया। वायरल वीडियो को देखने के बाद सभी गायों की अकाल मौत के मुंह समाने की संभावना जताई गई है। वहीं वहा मौजूद किसी भी व्यक्ति ने गायों को नदी में धकलेने से मना नहीं किया। सभी लोग तमाशबीन बने रहे है।

जानकारी के अनुसार मामला सतना जिले के थाना ताला क्षेत्र अंतर्गत ग्राम घुईसा एवं विधुई खुर्द के बीच बीहर नदी का है। दोनों गांवों के एक दर्जन लोगों ने गायों को लाठियों से पीट पीट कर उफनती नदी में जबरन धकेल दिया।

गांव के विपिन गुप्ता रामगढ़ द्वारा मवेशियों गाय और बैल को ग्राम घुइसा एवं विधुई के लोगों द्वारा क्रूरता पूर्वक मारपीट कर बाढ़ी नदी में कूदा रहे थे। जिसका वीडियो वायरल हुआ था। पुलिस ने मौके पर वायरल वीडियो की तस्दीक की। जिसमें लाल भाई पटेल, रामपाल पटेल, निवासी विधुई सुनील पांडे, लल्लू पांडे, रामदयाल पांडे निवासी घुइसा एवं अन्य लोगों द्वारा मवेशियों को क्रूरता पूर्वक मारपीट कर बाढ़ी नदी में कुदाना पाया गया। आरोपियों के विरुद्ध अपराध क्रमांक 212/ 22 पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11 कायम कर पुलिस जांच कर रही है। जानकारी एसके जैन एडिशनल एसपी जिला सतना ने दी।

ममता हुई शर्मसार: मां ने नवजात बच्ची को मरने के लिए जंगल में फेंका, ग्रामीण ने दी नई जिंदगी

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus