रायपुर। अजीत जोगी को कांग्रेस छोड़े 1 साल हो गए, लेकिन जोगी का कांग्रेस से नाता आज भी पूरी तरह नहीं टूटा है। अजीत जोगी कहते हैं कि कांग्रेस के आलाकमान से आज भी उनका गहरा जुड़ाव है। 6 जून को जोगी ने नई पार्टी का ऐलान किया था। 21 जून को पार्टी अस्तिव में आई थी और तमाम उठा-पठक के बीच जोगी आज नई पार्टी के साथ 2018 के चुनाव में एक निर्णायक भूमिका की ओर हैं। आखिर जोगी छत्तीसगढ़ की राजनीति में किस भूमिका में रहेंगे? आखिर जोगी ने इन एक साल में क्या कमाल किया है? आखिर जोगी की राजनीति से फायदा किसको है? आखिर पार्टी किस दिशा में आगे बढ़ रही है? आखिर जोगी का मिशन 2018 प्लान क्या है? इन तमाम मुद्दों पर सीधे अजीत जोगी से लल्लूराम के निशानेबाज वैभव शिव पाण्डेय ने खास बात-चीत की।
देखें वीडियो
[embedyt] https://www.youtube.com/watch?v=9pZfWO8s9a4[/embedyt]
6 जून 2016 सियासी इतिहास में दर्ज ये वो तारीख है जब छत्तीसगढ़ की राजनीति में एक नई पार्टी का ऐलान हुआ। अपनी मातृ पार्टी कांग्रेस को छोड़कर अजीत जोगी ने नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़(जे) की घोषणा की। और उदय हुआ छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस के बीच एक नए वैकल्पिक क्षेत्रीय पार्टी की। 6 जून 2016 से लेकर 6 जून 2017 का वक्त बीतते 1 साल पूरा हो गया है। इसमें कोई दो राय नहीं बीते 1 साल में जोगी, कांग्रेस औऱ भाजपा को सिसायी तौर पर परेशान, हैरान, औऱ नए राजनीतिक समीकरण बनाने पर मजबूर करते रहे हैं। जोगी ने 1 साल में अपनी पार्टी को विस्तार देने के साथ मजबूत किया है। जोगी के साथ आज कांग्रेस के तीन विधायक हैं। साथ ही कुछ पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक, कुछ सत्ताधारी दल भाजपा के नेता, कुछ अन्य दल के कार्यकर्ता भी जुड़े हैं। कई क्षेत्रीय मुद्दों को लेकर जोगी ने प्रदेश के भीतर कई आंदोलन भी खड़े किए हैं। इसमें पूर्ण शराबबंदी, आउटसोर्सिंग, धान बोनस का मुद्दा अहम रहा है। जिसके जरिए जनता के बीच जोगी ने अपने पक्ष में माहौल बनाने क काम बखूबी किया है।
अजीत जोगी मिशन 2018 को लेकर नई-नई घोषणाओं के साथ जनता के बीच पहुँचने में लगे हैं। 1 साल पूरा होने पर जोगी ने दो महत्वपूर्ण घोषणा की। एक जन-जन जोगी अभियान और दूसरा शपथ पत्र के साथ वादा करना शामिल है। जोगी ने कहा कि अगर उन्होंने जनता से वादा पूरा नहीं किया तो उन्हें जेल भेज दिया जाएगा। ऐसा वह शपथ पत्र देंगे।
इसके साथ ही जोगी के 1 साल पूरे होने पर जो खास बातें रही उनमें जोगी ने कहा-
- छ्त्तीसगढ़ को दोनों राष्ट्रीय पार्टियों ने लूटा
- सरकार रायपुर से नहीं दिल्ली से संचालित होती है
- छत्तीसगढ़ में क्षेत्रीय पार्टी की जरूरत
- प्रदेश की हितों की रक्षा क्षेत्रीय पार्टी ही कर सकती है
- प्रदेश में 20 लाख युवा बेरोजगार है
- आउटसोर्सिंग से पद भर कर स्थानीय लोगों का हक छीन रहे हैं
- हमने प्रदेश की जनता में परिवर्तन की आशा जागृत की है
- जेसीसी(जे) से प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें है
- घर-घर मोदी की तरह प्रदेश में चलेगा जन-जन जोगी अभियान
- 21 जून से होगी अभियान की शुरुआत
- शपथ पत्र के साथ शुरू करूँगा अभियान
- 10 लाख सदस्य जायंगे घर-घर
- मैं भी जाऊंगा 10 घरों में जाकर शपथ पत्र को दूँगा
- सीएम रमन सिंह के क्षेत्र में मैं जाऊंगा
- 2018 में बनेगी जोगी की सरकार
- जन-जन जोगी अभियान बनेगा मील का पत्थर
- कांग्रेस रेणु जोगी को सीएम पद का उम्मीदवार बनाती है तो भी मैं समर्थन नहीं करूंगा
- बहुत से विधयाक मेरे संपर्क में
- 2018 तक कई विधायक हमारे साथ होंगे
- हमारी पार्टी नई चेहरों को टिकट देगी
- दो एजेंसियों से सर्वे कराने के बाद बाद फाइनल होगी टिकट
- पार्टी की ओर से भी आंतरिक सर्वे कराया जाएगा
वैसे इन सबके बीच अजीत जोगी ने सीएम रमन सिंह के प्रति सहानुभूति जताकर एक नया राजनीतिक दांव खेला है। उन्होंने कहा कि सीएम रमन सिंह किसानों से किए वादा पूरा करना चाहतें होंगे, लेकिन दिल्ली की मोदी सरकार ऐसा करने नहीं दे रही है। जाहिर है जोगी तमाम सियासी दांव-पेंच के बीच 2018 के विधानसभा चुनाव में एक निर्णायक भूमिका में हो सकते हैं। लेकिन केसरिया और तिरंगा रंग के बीच गुलाबी रंग से जनता कितना रंग पाती है ये देखना होगा।