मुंबई। वर्ष 2014 में जीत हासिल करने के बाद 2019 में उसे और पुख्ता करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में हराने के लिए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता शरद पवार ने विपक्ष को फार्मूला दिया है. उन्होंने 2024 में विपक्षी दलों के एक साथ चुनाव लड़ने की बात कहते हुए इसके लिए न्यूनतम साझा कार्यक्रम तय करने की बात कही है.

शरद पवार का ये बयान ऐसे समय में सामने आया है जब एक दिन पहले ही उन्होंने ये कहते हुए खुद को प्रधानमंत्री की दौड़ से बाहर कर दिया था कि देश की सत्ता की कोई जिम्मेदारी आगे वे स्वीकार नहीं करेंगे और उनकी इस तरह की कोई इच्छा नहीं है. उन्होंने ये भी कहा था कि केंद्र के दमन के खिलाफ वह सभी विपक्षी पार्टियों को एकजुट करने का काम करेंगे. मोदी सरकार जब से सत्ता में आई है उसने एक भी वादा पूरा नहीं किया.

शरद पवार ने कहा कि विपक्षी दलों को साथ लाने और बीजेपी के खिलाफ जनमत तैयार करने के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं. मैं सिर्फ बीजेपी के खिलाफ जनमत पैदा करने के लिए विपक्षी दलों को साथ लाने की कोशिश करूंगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी अपने विरोधियों के खिलाफ जो कर रही वो और कुछ नहीं बल्कि संसदीय लोकतंत्र पर एक हमला है. सभी गैर बीजेपी शासित राज्यों में वह विधायकों को तोड़ने और सत्ता हथियाने की कोशिश कर रही है.

उधर केसीआर पहुंचे बिहार

एक तरफ शरद पवार विपक्ष की एकजुटता की वकालत कर रहे हैं, तो दूसरी ओर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) भी अपनी मुहिम पर निकल पड़े हैं, जिसके लिए वे बिहार पहुंचे, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने नीतीश कुमार के साथ प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भाजपा मुक्त भारत ही देश को आगे ले जाएगा. इनके धर्म के वाद पर, कुछ अन्य के वाद पर देश को तोड़-मरोड़ को कुछ कर रहे हैं. एक बार टूटा देश तो बहुत मुश्किल होगा. इस खतरे से बचने के लिए सबको सोचना चाहिए.

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