केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को युवाओं को कांग्रेस के अभियानों और वादों से बचने की सलाह दी. साथ ही कहा कि ऐसा करने से गुजरात का विकास ठप हो सकता है. राज्य में कांग्रेस और भाजपा के शासन में अंतर बताते हुए शाह ने कहा, “कांग्रेस के शासन के दौरान, प्राथमिक स्कूलों में ड्रॉपआउट रेट 37 प्रतिशत था, अहमदाबाद शहर में साल में 200 दिनों के लिए कर्फ्यू लगा रहता था और सांप्रदायिक दंगे होना आम बात थी.”

गृहमंत्री ने दावा किया, “राज्य और केंद्र में भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारों ने राज्य को विकास के पथ पर खड़ा कर दिया है, अब ड्रॉपआउट रेट लगभग शून्य है, कर्फ्यू अतीत की बात हो गई है, यदि आप किशोर या युवाओं के सामान्य ज्ञान का टेस्ट लें तो 2002 के बाद पैदा हुए लोगों को नहीं पता होगा कि कर्फ्यू क्या होता है.” उन्होंने आरोप लगाया कि जब भी चुनाव नजदीक आते हैं, कांग्रेसियों को जनता तक पहुंचने और बड़े-बड़े वादे करने की बेताबी हो जाती है, लेकिन उनके पास भाजपा और उसके नेतृत्व की तरह दूरदिूष्ट, दृढ़ संकल्प या प्रतिबद्धता नहीं है.

शाह ने स्मार्ट स्कूलों का उद्घाटन करने के बाद अहमदाबाद नगर निगम और निर्वाचित पदाधिकारियों की स्मार्ट स्कूलों के विकास और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई नई शिक्षा नीति के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की. शाह ने रविवार को जिन चार स्मार्ट स्कूलों का उद्घाटन किया, उन्हें 9.50 करोड़ रुपये के निवेश से विकसित किया गया है. इन स्कूलों से 3,200 छात्रों को फायदा होगा. इन चार स्कूलों के चलते अहमदाबाद में कुल स्मार्ट स्कूलों की संख्या 23 हो गई है.