रंजन दास, बीजापुर. जिले के भोपालपट्टनम ब्लॉक में 13 स्टॉप डैम की मरम्मत में भ्रष्टाचार से जुड़े प्रदेश युवा आयोग सदस्य अजय सिंह के आरोपों के बाद अब इस मुद्दे पर सियासत तेज हो गई है. भाजपा ने पूरे मामले को लेकर सत्ता दल के विधायक विक्रम शाह मण्डावी समेत प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए आठ सदस्यी जांच दल का ऐलान किया है. यह जांच दल मौके पर पहुंचकर वास्तविकता देखेगी और भ्रष्टाचार उजागर होने की स्थिति में न्यायालय की शरण में जाएगी. यह जानकारी पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने सोमवार को पार्टी कार्यालय में पत्रवार्ता के दौरान साझा की. वहीं अजय सिंह ने भी मामसलो को लेकर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.

वहीं पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि, सत्तादल के विधायक के इशारे पर इतने बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया, पूर्व मंत्री गागड़ा का कहना था कि यह पहला मामला नहीं बल्कि इससे पहले भी भाजपा मनरेगा समेत अन्य कार्ययोजना में व्यापक पैमाने पर भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाते आई है. अब तो कांग्रेस परिवार के सदस्य रहे युवा आयोग सदस्य के आरोपों के जरिए भाजपा के मुद्दों पर मुहर लग चुकी है.


क्या है पूरा मामला-
दरअसल, भोपालपट्नम ब्लॉक में स्टॉप डेम मरम्मतीकरण के नाम पर जलसंसाधान विभाग के कार्यपालन अभियंता ने बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार करते हुए डीएमएफ मद के तहत स्वीकृत 18 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का गबन किया है. मामले का खुलासा युवा आयोग के सदस्य अजय सिंह ने किया था. बताया गया कि जून माह में 13 स्टॉप डैम के मरम्मत के लिए डीएमएफ और मनरेगा से 50-50 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मरम्मतीकरण का कार्य स्वीकृत किया गया था. लीपा-पोती तो दूर ईई मौके पर झांकने तक नहीं गए और तो और बगैर सब इंजीनियर के मूल्यांकन कराए बिना स्थानीय लोगों, विभाग को गुमराह कर ईई ने गुपचुप तरीके से डीएमएफ की 18 लाख 61 हजार 430 रुपये का गबन कर लिया.

आरोपों से ईई का इंकार
इधर युवा आयोग सदस्य और फिर भाजपा की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों को एरिगेशन के कार्यपालन अभियंता मनोहर लाल टण्डन ने सिरे से खारिज किया है.