प्रतीक चौहान. रायपुर. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के आईजी के परिवार के साथ मैनपाट पिकनिक जाने का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि अब रायपुर रेल मंडल के डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता अपने परिवार के साथ सैलून लेकर आज घुमने निकले थे.
लल्लूराम डॉट कॉम को सूत्रों से पता चला कि रायपुर से सुबह करीब 9 बजे डीआरएम दल्लीराजहरा के लिए निकले थे. उनके साथ एक महिला और युवती भी थी. सूत्रों के मुताबिक वे उनकी पत्नी और बेटी थी. उनका स्पेशल सैलून कागजों में निरीक्षण के नाम से निकला था. लेकिन हैरानी की बात ये है कि डीआरएम के इस निरीक्षण में कथित रूप से उनकी पत्नी, बेटी, उनका सेक्रेटरी, आरपीएफ का एक जवान और सैलून में मौजूद स्टॉफ के अलावा कोई नहीं था.
लल्लूराम डॉट कॉम के कैमरे में डीआरएम का परिवार के सैलून से उतरते हुए कैद हुआ है. यहां सैलून करीब 5 बजे रायपुर रेलवे स्टेशन में पहुंचा. जहां स्टेशन मास्टर, आरपीएफ निरीक्षक, कमर्शियल विभाग के अधिकारी और सफाई ठेकेदार के लोगों ने रिसीव किया.
कुछ सूत्रों के मतुबाकि डीआरएम अपनी बेटी के फोटोशूट के लिए दल्लीराजहरा निरीक्षण के बहाने गए थे. तो कुछ सूत्रों के मुताबिक डीआरएम अपने परिवार को पिकनिक मनाने लेकर गए थे. इतना ही नहीं डीआरएम के साथ उतरे परिवार के हाथ में एक ट्रॉली बैग और एक छोटा हैंडबैग भी मौजूद था. वहीं उनके साथ दुर्ग आरपीएफ के इंस्पेक्टर भी मौजूद थे ऐसी जानकारी सूत्रों से मिली है. हालांकि रायपुर रेलवे स्टेशन में उतरने के बाद डीआरएम अपनी गाड़ी में और उनका परिवार सीजी 04 एनयू 5499 में बैठकर रवाना हुए.
वहीं डीआरएम के प्रोटोकॉल अधिकारी को मैडम की सेवा में गेट खोलते और बंद करते हुए भी देखा गया. ये वहीं प्रोटोकॉल अधिकारी है जो वर्षों से हर डीआरएम अधिकारी की सेवा में पदस्थ रहते है. पिछले दिनों रिटायर्ड जीएम के घर भी इन्हें सेवा करते हुए लल्लूराम डॉट कॉम ने अपने कैमरे में कैद किया था.
… कुछ दिन और बचे इस शाही नौकरी के
रेलवे में कहा जाता है कि डीआरएम का ये शाही पद जीवन में एक बार मिलता है. इसके बाद यदि वे जीएम बने तो पुनः शाही सवारी में रेलवे के लाखों रूपयों का दुरूपयोग करते हुए नजर आ सकते है.
इस संबंध में रेलवे का पक्ष लेने जोन के सीपीआरओ से संपर्क किया गया, उनका कहना था कि ये मामला रायपुर रेल मंडल का है इसलिए सीनियर डीसीएम ही पक्ष रखेंगे. वहीं रायपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम से संपर्क नहीं हो सका. वहीं रायपुर रेल मंडल के डीआरएम श्याम सुंदर गुप्ता और दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के जीएम से भी संपर्क लेने फोन किया गया. लेकिन उक्त दोनो अधिकारियों ने फोन रिसीव नहीं किया.