आशुतोष तिवारी, जगदलपुर । स्वच्छ देश बनाने के लिए कई जद्दोजहद सरकारें करती हैं. लोगों को जागरूक करने की कोशिश करती हैं. बावजूद पूरी तरीके से शहर में गंदगी और वेस्ट मटेरियल पड़े होते हैं, जिसे कई बीमारियां भी उत्पन्न हो जाती हैं. अधिकतर पानी की बोतल, प्लास्टिक की थैली चारों तरफ पड़ी मिलती हैं. अब बस्तर में इसे रीसाइक्लिंग करने फैक्ट्री लग रही है. इस फैक्टरी के लगने से बस्तर में काफी हद तक प्लास्टिक गायब हो जाएंगे.

हालांकि जिला प्रशासन कई योजनाओं को लाकर लोगों को प्लास्टिक को मशीन में ही डालने की योजना बना रहा है. ताकि जिला प्रशासन को प्लास्टिक मिल जाए और लोगों को उसका एक मूल्य भी प्राप्त हो सके. यह फैक्ट्री जगदलपुर विकासखंड के बाबू सेमरा में लगाया जाएगा. बताया जा रहा है कि 22 हजार हैक्टेयर में फैक्ट्री लगाई जा रही है, जिसकी अनुमानित लागत 3.5 करोड़ है.

इस फैक्ट्री के लगने से बस्तरवासियों को एक रोजगार भी मिल पाएगा. बस्तर वासियों में काफी खुशी भी नजर आ रही है. यह फैक्ट्री देश में बहुत कम जगह लगी हुई है. लेकिन छत्तीसगढ़ में यह पहली फैक्ट्री होगी जो बस्तर में लगाया जा रहा है.

बस्तर कलेक्टर ने बताया कि बस्तर के 30 गांव और नगरी निकाय को इस योजना में शामिल किया गया है, जिसके तहत प्लास्टिक मटेरियल रीसाइक्लिंग और मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी यह दोनों चीज बस्तर में लग रही है. जगदलपुर के बाबू सेमरा में यह प्लांट लगाया जाएगा और यह CEE सेंट्रल फ़ॉर एनवायरमेंट एजुकेशन और एचडीएफसी के तत्वाधान के साथ जिला प्रशासन के ट्राय पार्टी एग्रीमेंट के तहत इस कार्य को किया जा रहा है.

इसके तहत मुख्य योजना यह भी है कि जो सॉलिड वेस्ट होता है. उसे टेक्नीकली और सेफ्टी हाइजीन मेथड से कलेक्ट कर उसका साइंटिफिक तरीके से डिस्पोजल हो जोकि वातावरण को भी दूषित ना करें. साथ ही जो बेस्ट कलेक्ट हो रहा है. उससे रेवेन्यू भी जनरेट हो सके. जिस मटेरियल को दोबारा रीसाइकिल कर सकते हैं, उसे फैक्ट्री में ही रखा जाएगा, जिसे रिसाइकल नहीं किया जा सकता है, उसे बेलर मशीन में कंपैक्ट किया जाएगा.

उसे हाई मटेरियल बनाने के बाद जहां ज्यादा अच्छा दाम मिले वहां सेल किया जाएगा, ताकि प्रशासन को इससे कुछ रेवेन्यू जनरेट हो सके. इस फैक्ट्री में जितने भी प्रोसेस होंगे. वह आईटी के माध्यम से रहेंगे. इस फैक्ट्री को लेकर बस्तर वासियों में काफी उत्साह है. निगम क्षेत्र के अलावा पंचायतों के सपोर्ट भी जिला प्रशासन को मिल रहा है.

इसके अलावा शहर में वेंडिंग मशीन भी लगाई जाएगी, जिससे वेस्ट मटेरियल प्लास्टिक बोतल या पॉलीथिन उसे अगर वेंडिंग मशीन में डालेंगे तो बदले में मशीन से 1 कूपन प्राप्त होगा, जिससे दुकानों में चाय कॉफी नाश्ता या कैश भी करवाया जा सकता है. यह फैसिलिटी जिले के दो जगह में की गई है. पहला शहर का आइलैंड दलपत सागर और दूसरा चित्रकोट जलप्रपात में लगाया जाएगा.

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