सूरज गुप्ता, बलरामपुर। बलरामपुर जिले में स्वास्थ्य सुविधाएं का बुरा हाल है. ग्रामीण क्षेत्र और शहरी क्षेत्र सभी जगह चिकित्सकों की भारी कमी है. इस कमी के कारण कई लोग अकाल की मौतें भी हो रही है.
यहां प्रथम श्रेणी के 61 डॉक्टर पदों में मात्र 1 पद वही द्वितीय श्रेणी के डॉक्टर पदों में 77 में से मात्र 38 पद डॉक्टर कार्यरत है. गंभीर अवस्था में मरीजों को अंबिकापुर या पड़ोसी राज्य झारखंड, उत्तर प्रदेश ले जाना पड़ता है. यहां एकमात्र विशेषज्ञ डॉक्टर के भरोसे पूरा बलरामपुर जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं संचालित हो रही हैं.
इधर जिला प्रशासन बलरामपुर के कलेक्टर अवनीश शरण भी दबी जुबान इस बात को मान रहा है कि चिकित्सकों का अभाव तो है लेकिन विशेषज्ञ डॉक्टरों का.
बलरामपुर जिला अस्पताल लगभग बंद कर पूर्ण हो चुका है लेकिन अभी तक विशेषज्ञ डॉक्टरों डॉक्टरों की पोस्टिंग नहीं हो सकी है. प्रशासन का कहना है कि बहुत जल्द विशेषज्ञ डॉक्टरों की पोस्टिंग हो जाएगी.