अजय शर्मा,भोपाल। मध्य प्रदेश का धार जिला शराब माफिया का सबसे पसंदीदा क्षेत्र बनकर उभरा है. इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह शराब माफियाओं द्वारा गुजरात में अवैध तरीके से शराब की सप्लाई करना. शराब परिवहन में करोड़ों के मुनाफे के चलते माफिया के आगे ना कोई अफसर ठहर रहा है ना कोई कारोबारी. यही कारण है कि नेताओं और माफियाओं से सांठगांठ के चलते यह कारोबार खूब फल फूल रहा है. शराब कारोबारियों के बुलंद हौसलों का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि शराब के अवैध कारोबार पर कार्रवाई करने गए आईएएस नवजीवन सिंह पंवार पर माफियाओं ने सुबह के 4 बजे ताबड़तोड़ लाठी डंडों से जानलेवा हमला कर दिया. हमले में दो हवाई फायर भी हुए. अवैध शराब से भरा ट्रक तो माफिया छोड़ फरार हो गए. अब मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है वो ये की माफियाओं को भरपूर राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ था. आरोपियों में जिस “सुखराम” नाम के व्यक्ति का जिक्र निकल के सामने आया है. वह भाजपा की पूर्व मंत्री रंजना बघेल के रिश्तेदार है. उनके पति मुकाम सिंह किराड़े के भांजे हैं. जिसके ऊपर पूर्व में भी इंदौर और धार में कई अवैध शराब के परिवहन के मामले दर्ज हैं.
पूर्व मंत्री का रिश्तेदार ले गया ट्रक
सुखराम आज बड़वानी से अवैध शराब का ट्रक भरकर अलीराजपुर ले जा रहा था. जिसकी सूचना एसडीएम पवार को लगी वो कार्रवाई के लिए पहुंचे तो शराब माफिया सुखराम व उसके गुर्गे ने एसडीएम के वाहन पर हमला कर घायल कर दिया और साथ में चल रहे नायब तहसीलदार राजेश भिड़े का अपहरण कर लिया. हालांकि कुछ देर बाद आरोपियों से नायब तहसीलदार मुक्त करा लिया गया. मारपीट के दौरान अधिकारियों को चोट आई पुलिस ने अवैध शराब से भरा ट्रक जब्त कर लिया, लेकिन अंधेरा का लाभ उठाकर आरोपी भागने में कामयाब रहे.
स्कॉर्पियो में सवार, सुखराम के गुर्गे
शराब माफिया के गुर्गे स्कार्पियो में सवार थे, जो ट्रक को संरक्षण दे रहे थे. आरोपी ट्रक क्रमांक एमपी 69 एच 0112 में शराब भर का कुक्षी क्षेत्र से जा रहा था. जिसकी सूचना एसडीएम को मिली इसके बाद ही एसडीएम नायब तहसीलदार समेत अन्य बल ट्रक के पीछे रवाना हुआ. रास्ते में डोलिया वाली के बीच में शराब की गाड़ी के साथ चल रहे स्कॉर्पियो में बैठे लोग अचानक उतरे एसडीएम से विवाद करने लगे और उन्होंने अफसरों पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए हवाई फायर कर दिये.
10 करोड़ रुपये महीने का कारोबार
पूर्व मंत्री रंजना बघेल के रिश्तेदार सुखराम शराब के अवैध कारोबार में महीनों से जुड़े हुए हैं. समूचे आदिवासी अंचल में अवैध शराब के परिवहन और गुजरात में शराब खपाने के लिए सुखराम को भरपूर तरीके से राजनीतिक संरक्षण और स्थानीय प्रशासन का संरक्षण मिलता आया है. यही कारण है कि हर माह 11 करोड़ रूपए से ऊपर का अवैध शराब का परिवहन करने वाले सुखराम इलाके के सबसे बड़े शराब माफिया के तौर पर पहचाने जाने लगे हैं.
सुखराम की तलाश, घोषित होगा इनाम
इधर पूरे मामले में पूर्व मंत्री रंजना बघेल के रिश्तेदार सुखराम का नाम सामने आने के बाद बघेल ने इस मामले से पल्ला झाड़ लिया है. उनकी माने तो उनका कुनबा बहुत बड़ा है. कौन क्या कर रहा है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है. वही मामले की जांच कर रहे धार एसपी आदित्य प्रताप सिंह की माने तो जल्द ही सुखराम को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.वो अभी फरार है, जो भी आरोपी फरार हैं उनको लेकर इनाम भी घोषित किए जाएंगे. वहीं कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने सरकार पर माफियाओं को संरक्षण देने का आरोप लगाया है.
पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह बघेल ने सीएम को लिखा पत्र
इस मामले में कांग्रेस के पूर्व मंत्री और कुक्षी विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने सीएम शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखा है. इसमें शराब तस्कारों द्वारा प्रशासनिक अधिकारियों पर किए गए हमले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है. इसके साथ ही आरोपियों पर कार्रवाई की मांग की है. तब तक के लिए धार, बड़वानी और आलीराजपुर के आबकारी अधिकारियों को भी निलंबित कर जांच करवाने की मांग रखी गई है. पत्र में कहा कि संबंधित शराब फैक्ट्रियों के लाइसेंस निलंबित कर जांच की जाए. साथ ही आरोपियों पर शासकीय कर्मचारी के अपहरण का भी प्रकरण दर्ज किया जाए.
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