संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी. मुंगेली जिले के लोरमी में एक बार फिर LALLURAM.COM की खबर का बड़ा असर हुआ है. जहां वनांचल गांव में पुल नहीं होने के चलते सर्पदंश से पीड़ित महिला को जान जोखिम में डालकर परिजनों के द्वारा कंधे में उठाकर मनियारी नदी को पार कराया गया था. साथ ही स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी लापरवाही सामने आई थी. इस पूरे मामले की खबर LALLURAM.COM ने प्रमुखता से प्रकाशित की थी, जिसके बाद आनन-फानन में जिला प्रशासन की पहल पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा गांव में स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया है. जहां लोरमी की एसडीएम पार्वती स्वास्थ्य विभाग लोरमी के बीएमओ डॉ जी एस दाऊ समेत आधा दर्जन से अधिक हॉस्पिटल स्टाफ एवं राजस्व विभाग के अधिकारी खुड़िया से नाव के माध्यम से गांव पहुंचे, जहां कीचड़ युक्त पगडंडी मार्ग में ट्रैक्टर के सहारे गांव जाकर स्वास्थ्य परीक्षण शिविर लगाया गया. जहां 120 मरीजों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया.

बता दें कि, अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के भीतर ग्राम धमेरी में निवासरत बैगा जनजाति के भानबाई के सर्पदंश के मामले को जिला प्रशासन द्वारा गंभीरता से लिया गया है. सर्पदंश की सूचना मिलते ही जिले के अधिकारियों द्वारा बिलासपुर जिले के ग्राम गनियारी में चैरिटेबल द्वारा संचालित अस्पताल पहुंचकर इलाज के लिए भर्ती भानमति बैगा से मुलाकात कर उनका हालचाल जाना. वहीं कलेक्टर राहुल देव के निर्देश पर स्वास्थ्य और राजस्व विभाग की टीम आज लोरमी विकासखंड के राजीव गांधी जलाशय (खुड़िया बांध) को नाव से पार कर अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के ग्राम घमेरी पहुंचे. जिसके बाद स्वास्थ्य अमला के टीम द्वारा शिविर लगाकर ग्रामीणों का स्वास्थ्य जांच और उपचार किया गया. उसके बाद सर्पदंश से पीड़ित भानमति बैगा के परिजनोें से मुलाकात की. इस दौरान लोरमी एसडीएम पार्वती पटेल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. मधुलिका सिंह ठाकुर, लोरमी खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. दाऊ भी मौजूद थे.

एसडीएम पटेल ने गांव का भ्रमण कर ग्रामीणों से चर्चा की और शासन की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने बताया कि, अचानकमार टाइगर रिर्जव क्षेत्र के ग्रामों में बरसात के पहले एक मुश्त चार माह के लिए राशन सामग्री का भण्डारण कराया गया है. इसके साथ ही मौसमी बीमारियों की रोकथाम और बचाव के लिए स्वास्थ्य केंद्रों और मितानिनों को आवश्यक दवाई उपलब्ध कराई गई है. जिला प्रशासन द्वारा अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के लोगों को तत्काल स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए एम्बुलेंस की सुविधा भी दी गई है. उन्होंने बताया कि, अचानकमार टाइगर रिर्जव क्षेत्र के ग्राम बोकराकछार, बहाऊड, जलदा, बाकल, सांभरधसान और कूबा को विस्थापित किया गया है. इसके अलावा अचानकमार टाइगर रिजर्व क्षेत्र के शेष ग्रामों को भी विस्थापित करने की कार्रवाई की जा रही है. कलेक्टर राहुल देव द्वारा अचानकमार क्षेत्र के ग्रामीणों को दी जा रही सुविधाओं को लगातार मॉनिटरिंग भी किया जा रहा है.

वहीं चर्चा के दौरान ग्रामीणों ने बताया कि, उन्हे प्रत्येक माह राशन, पेंशन सहित शासन की अन्य आवश्यक सुविधा प्राप्त हो रही है. इस दौरान उन्होंने तालाब पारा शांतिपुर में हैण्डपंप, खुड़िया धान खरीदी की दूरी को देखते हुए धान खरीदी केंद्र, खुड़िया-बिजराकछार में एम्बुलेंस और दाई प्रोत्साहन योजना के समन्वित क्रियान्वयन की आवश्यकता बताई. जिस पर लोरमी एसडीएम ने जांच उपरांत आवश्यक पहल करने की बात कही.

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