पुरुषोत्तम पात्र, गरियाबंद. स्वास्थ्य विभाग में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की भर्ती में हुई गड़बड़ी की शिकायत 4 माह पहले की गई थी. इस मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर कांग्रेसियों द्वारा उग्र आंदोलन भी किया था. लेकिन उसके बाद भी अब तक इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है. सूत्रों की मानें तो इस मामले में जांच पूरी कर ली गई है, लेकिन इस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक नहीं किया गया है.

लल्लूराम डॉट कॉम की टीम के हाथ स्वास्थ्य विभाग का एक पत्र लगा है, जो कि स्वास्थ्य सेवाएं संचालनालय द्वारा 19 मार्च को संभागीय संयुक्त संचालक
के लिए जारी किया गया था. जिसमें 27 पद पर की गई अतिरक्त नियुक्ति को समाप्त कर उन्हें अब तक दी गई वेतन राशि की गणना कर वसूली के निर्देश दिए गए थे. यह आदेश संचालनालय ने 27 फरवरी को जारी कर दिया था. लेकिन उसके बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं की गई तो संचालनालय 19 मार्च को स्मरण पत्र भी जारी किया. जिसका पालन भी अब तक नहीं किया गया है.

वहीं इस मामले में कांग्रेसियों ने विभाग पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि नियुक्ति के दौरान भारी लेनदेन किया गया है. जिसके चलते ही विभाग द्वारा स्वीकृत पद से 27 महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की अतिरिक्त भर्ती की गई है. और यही वजह है कि विभाग द्वारा बार बार दिये जा रहे नोटिस के बाद भी अब तक दोषियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई हैं. कांग्रेस एक बार फिर इस मामले में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने की मांग की है.