रायपुर। …इतने राज्यों के दौरे में गया, लेकिन अब तक सबसे कम प्रश्न छत्तीसगढ़ में ही पूछे गये। इसका मतलब साफ है कि या तो यहां सब कुछ अच्छा चल रहा है या फिर ठीक इसके उलट……बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के मुंह से जैसे ही ये शब्द फूटे, बैठक में मौजूद बीजेपी के हर नेताओं के चेहरे पर शांति छा गई।
दरअसल चुनावी नजरिये से छत्तीसगढ़ बीजेपी की नब्ज टटोलने तीन दिवसीय दौरे पर आये बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बीजेपी प्रदेश कार्यालय में मैराथन बैठक का आगाज किया। इस दौरान शाह अपने चिर परिचित अंदाज में नजर आए। मुकर्रर वक़्त पर अमित शाह ने सबसे पहले प्रदेश पदाधिकारियों, कोरग्रुप, सांसद-विधायकों, मोर्चा-प्रकोष्ठों, जिला पदाधिकारियों की बैठक ली। बैठक में शुरुआती संबोधन के बाद अमित शाह ने सवाल-जवाब का दौर शुरू किया। संगठन के कर्णधारों से सुझाव भी लिए गए।
जब शाह ने कहा-मेरी कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी !
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने बैठक के दौरान पदाधिकारियों से संगठन की बेहतरी और सत्ता में चौथी पारी के लिए अहम सुझाव मांगा। बताया जाता है कि करीब एक दर्जन सुझाव शाह के सामने रखे गए। इस दौरान ही एक पदाधिकारी ने सुझाव दिया कि छह महीने और एक साल का वक़्त देने वाले समयदानी कार्यकर्ता को नियमित कर देना चाहिए। इस राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कहा कि पहले से ही लोग मुझसे नाराज है। ऐसा करके मेरी कुर्सी खतरे में पड़ जाएगी। छह महीना और एक साल समय सीमा ही पर्याप्त है।
सुझाव के दौरान ही एक अन्य पदाधिकारी ने कहा कि- संगठन में खेल प्रकोष्ठ का गठन करना चाहिए। इस पर भी शाह ने असहमति जताई।
बैठक से निकले नेताओं के मुंह सीलबंद
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के डंडे ने अच्छे-अच्छे की जुबां पर ताला लगा दिया। बैठक से बाहर निकले नेता मीडिया से बातचीत करने से बचते नजर आए। जो नेता मीडिया की पकड़ में आये, उन्होंने बात करने से परहेज किया। नेताओं ने केवल इतना कह कि- अमित शाह के दौरे से संगठन को ताकत मिलेगी और दोगुने उत्साह से कार्यकर्ता मिशन 2018 की जीत का रास्ता तय करेंगे।
अमित शाह के हर शब्द हमारे लिए आशीर्वाद- अभिषेक सिंह
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की खरी-खरी सुनाये जाने से जुड़े सवाल के जवाब में सांसद अभिषेक सिंह ने कहा-राष्ट्रीय अध्यक्ष का हर शब्द हमारे लिए हमारे लिए आशीर्वाद के समान है। अभिषेक ने कहा- बीजेपी का उद्देश्य सरकार बनाना नहीं, बल्कि भारत को विश्व गुरु के रूप में स्थापित करने का है, इसके लिए संगठन को मजबूत करना है। अभिषेक सिंह ने कहा-कुछ बातें ऐसी होती है, जिनका त्वरित परिणाम नजर आता है और कुछ ऐसी हैं जिनका परिणाम देर से आता है। अमित शाह की बैठक का सकारात्मक परिणाम 2018 के चुनाव में नजर आएगा।