श्रीनगर। कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सोमवार को अपनी नई राजनीतिक पार्टी का शुभारंभ किया और इसका नाम डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) रखा. आजाद ने यहां मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्हें उर्दू, हिंदी और संस्कृत में करीब 1500 नाम सुझाए गए थे.

आजाद ने कहा कि हिंदी और उर्दू का मिश्रण हिंदुस्तानी है. हम चाहते थे कि नाम लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण और स्वतंत्र हो. उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी पूर्ण राज्य का दर्जा बहाल करने, भूमि के अधिकार और मूल निवासियों को रोजगार देने पर ध्यान देगी। उन्होंने अपनी नई पार्टी का झंडा भी प्रदर्शित किया जिसमें नीला, सफेद और पीला रंग है.

आलाकमान बात नहीं सुनता- आजाद

आजाद पांच दशक बाद कांग्रेस से नाता तोड़ चुके हैं. उन्होंने कहा कि कांग्रेस में आलाकमान स्तर पर कोई भी उनकी बात नहीं सुनता, जबकि पार्टी को मजबूत करने के लिए उन्होंने पचास साल काम किया. कांग्रेस की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद जम्मू-कश्मीर के दो दर्जन से अधिक प्रमुख कांग्रेस नेताओं ने आजाद के समर्थन में इस्तीफा दे दिया था.

मैदान में उतरने के लिए तैयार आजाद

आजाद अब केंद्र शासित प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार हैं. वह फिलहाल भाजपा और जम्मू-कश्मीर की क्षेत्रीय मुख्यधारा की पार्टियों दोनों से दूरी बनाए हुए हैं.

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