सुशील सलाम, कांकेर। कांकेर शहर का मुकुट कहे जाने वाले ऐतिहासिक ‘गढ़िया पहाड़’ जाने के लिए बने मार्ग पर लगे नाका को स्थानीय लोगों ने बंदकर चक्काजाम कर दिया है. स्थानीय वन प्रबंधन समिति पर वर्षों से दुकान लगाने वालों को बलपूर्वक खदेड़े जाने से आक्रोशित है.

पहाड़ी इलाके से घिरे कांकेर शहर स्थित गढ़िया पहाड़ का अपना ऐतिहासिक महत्व है. पहाड़ पर कभी ना सूखने वाले तालाब के साथ ही माता कांकेश्वरी, माता शीतला और भगवान शिव का मंदिर है. यहां हर साल नवरात्र व शिवरात्रि पर मेला भरता आ रहा है. समय के साथ सड़क बनने के साथ अब पहाड़ तक पहुंचने रास्ता आसान हो गया, जिसे वन विभाग ने गढ़पिछवाड़ी के लोगों को सौप दिया है.

अब उक्त मार्ग से गुजरने वालों से पैसे वसूल किया जा रहा है, और तो और वर्षों से पर्व के दौरान यहां दुकान लगाकर कारोबार करने वालों को बलपूर्वक खदेड़ा जा रहा है, जिससे छोटे कारोबारी भी परेशान हैं. पूरे घटनाक्रम से नाराज पार्षद व स्थानीय लोगों ने नाका बंद कर पहाड़ जाने का रास्ता बंद कर दिया है. स्थानीय लोग वन प्रबंधन समिति के लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ दुकान लगाए जाने की इजाजत मांग रहे हैं.

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