भोपाल। मध्यप्रदेश के 8 जिलों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के गिरफ्तार किए गए 21 सदस्यों को जेल भेज दिया गया है. जिला पुलिस ने सभी के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है. पुलिस ने उनके पास से दस्तावेज, मोबाइल, लैपटॉप और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किया है. जब्त सामानों की जानकारी ATS को दी गई है. कल एमपी ATS के इनपुट पर जिला पुलिस ने सभी की गिरफ्तारी की थी. अब इस पर बीजेपी और कांग्रेस में सियासत भी शुरू हो गई है. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि देश विरोधी गतिविधियों का गढ़ मप्र नहीं बना पाएगा. जिस पर पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी को चुनाव के पहले ही स्ट्राइक करने की याद आती है.
देश विरोधी गतिविधियों का गढ़ नहीं बना पाएगा मप्र- गृहमंत्री
PFI पर बैन को लेकर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि केंद्र सरकार का इस फ़ैसले के लिए आभार है. ये देश भर में हुई बड़ी सर्जिकल स्ट्राइक है. प्रदेश भर से कुल 25 लोगों को गिरफ़्तार किया गया है. पूछताछ के आधार पर ही कार्रवाई की गई है. एक-एक स्लीपर सेल को ढूंढकर उन पर कड़ी कार्रवाई होगी. प्रदेश में क़ानून का राज है, कोई नहीं बचेगा. गिरफ़्तार हुए लोगों के तार ISI से जुड़े मिले हैं. देश भर में हुई कई हत्याओं में PFI संगठन के हाथ पाए गए है. राष्ट्रविरोधी गतिविधियों में इनकी संलिप्तता स्पष्ट रूप से सामने आई है. PFI के सभी कनेक्शन और सक्रिय सदस्य निकाले जाएंगे. स्लीपर सेल निकले तो बड़ी कार्रवाई होगी.
बीजेपी को चुनाव से पहले ही स्ट्राइक करने की याद आती है- पीसी शर्मा
पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि 8 साल से सरकार है. अब क्यों याद आया की बैन करना है. ये पूरी तरह इंटेलिजेन्स फ़ेलियर है. क़ानून व्यवस्था ध्वस्त है. बीजेपी जानबूझकर ऐसी चीजें रोक कर रखती है. चुनाव आने के पहले ही सब दिखावा करते हैं. गुजरात हिमाचल में चुनाव के कारण ये स्ट्राइक किया है. भारत जोड़ो यात्रा में लोगों के सहयोग से बीजेपी डर गई है. बीजेपी लेट हो गई. काफ़ी नुक़सान हो चुका है. चुनाव के पहले कार्रवाई, उसके बाद सब कुछ ठंडे बस्ते में चला जाता है.
इन संगठनों पर लगा बैन
बता दें कि केंद्र सरकार ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के अलावा रिहैब इंडिया फाउंडेशन (RIF), कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया (CFI), ऑल इंडिया इमाम काउंसिल (AIIC), नेशनल कॉन्फेडरेशन ऑफ ह्यूमन राइट्स ऑर्गनाइजेशन (NCHRO), नेशनल वीमेन फ्रंट, जूनियर फ्रंट, एम्पावर इंडिया फाउंडेशन और रिहैब फाउंडेशन, केरल जैसे सहयोगी संगठनों पर बैन लगा दिया है.
Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक