पटना. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में मधेपुरा के रेल इंजन कारखाने में बने देश के पहले 12,000 हॉर्सपावर (एचपी) के विद्युत-चलित रेल इंजन को हरी झंडी दिखाई. इस मौके पर उन्‍होंने कहा कि भारत के तीन बड़े मोड़ पर बिहार ने देश को रास्ता दिखाया.

मोदी ने कहा कि जब देश गुलामी के ज़ंजीरों में जकड़ा हुआ था तब बिहार ने गांधी को महात्मा और बापू बनाया. मोदी ने कहा कि फिर स्वतंत्रता के बाद जब करोड़ों किसानों के सामने भूमिहीनता का संकट आया, तो विनोबा जी ने भूदान आंदोलन शुरू किया. तीसरी बार बिहार ने देश को रास्ता तब दिखाया जब देश के लोकतंत्र पर संकट आया. उस वक्त जयप्रकाश नारायण उठ खड़े हुए और लोकतंत्र को बचा लिया.

उन्‍होंने कहा कि मुझे बहुत गर्व है कि ‘सत्याग्रह से स्वच्छाग्रह’ तक की इस यात्रा में बिहार के लोगों ने एक बार फिर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाई है.उन्‍होंने कहा कि नीतीश कुमार  और सुशील मोदी के नेतृत्व में बिहार ने जो कार्य बीते दिनों करके दिखाया है, उसने सभी का हौसला बढ़ा दिया है. बिहार एकमात्र ऐसा राज्य था, जहां स्वच्छता का दायरा 50 फीसदी से कम था. लेकिन एक हफ्ते के स्वच्छाग्रह अभियान के बाद बिहार ने इस बैरियर को तोड़ दिया. पिछले एक हफ्ते में बिहार में 8,50,000 से ज्यादा शौचालयों का निर्माण किया गया है. यह गति और प्रगति कम नहीं है. प्रधानमंत्री ने कहा कि आज जिन योजनाओं का शिलान्यास किया गया, उनमें मोतिहारी झील के जीर्णोद्धार का प्रोजेक्ट भी शामिल है. हमारा मोतिहारी शहर, जिस झील के नाम पर जाना जाता है, जो चंपारण के इतिहास का हिस्सा है, उसके पुनरुद्धार का कार्य आज से शुरू हो रहा है.

प्रधानमंत्री ने कहा कि 100 वर्ष पूर्व चंपारण में देशभर से लोग आए थे, गांधी जी के नेतृत्व में गली-गली जाकर काम किया था. आज 100 वर्ष बाद उसी भावना पर चलते हुए, देश के अलग-अलग हिस्सों से आए लोगों ने, यहां के उत्साही नौजवान स्वच्छाग्रहियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है.

 

इस मौके पर मोदी ने कटिहार से नई दिल्ली के बीच सप्ताह में दो बार चलने वाली ‘हमसफर एक्सप्रेस’ ट्रेन को हरी झंडी दिखाई. मोतिहारी-मुजफ्फरपुर रेल लाइन के विद्युतीकरण कार्य एवं मुजफ्फरपुर-नरकटियागंज रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण कार्य की शुरुआत की और मधेपुरा लोकोमोटिव फैक्ट्री द्वारा भारत और फ्रांस के संयुक्त सहयोग से विकसित 12,000 अश्वशक्ति वाला इलेक्ट्रॉनिक लोकोमोटिव राष्ट्र को समर्पित किया. आपको बता दें कि लगभग 250 एकड़ क्षेत्र में फैले इस कारखाने की आधारशिला वर्ष 2007 में तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव ने रखी थी.

इससे पहले, बिहार की राजधानी पटना पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने किताब भेंटकर स्वागत किया था. उन्‍होंने कहा कि स्वच्छता का संबंध पानी से भी है. बेतिया को पीने के साफ पानी के लिए जूझना न पड़े इसके लिए अमृत योजना के तहत तकरीबन 100 करोड़ रुपये की लागत से वॉटर सप्लाई योजना का शिलान्यास किया गया है. इसका सीधा लाभ डेढ़ लाख से ज्यादा लोगों को मिलेगा. मोदी ने कहा कि घर या फैक्टरी के गंदे पानी को गंगा में जाने से रोकने के लिए बिहार में अब तक 3,000 करोड़ से ज्यादा के 11 प्रोजेक्टों की मंजूरी दी जा चुकी है. इस राशि से 1,100 किलोमीटर से भी लंबी सीवेज लाइन बिछाने की योजना है.