नई दिल्ली. देश की 7 राष्ट्रीय पार्टी की कुल आय का 67 फीसदी केवल बीजेपी के खाते में जाता है. इस बात का खुलासा दिल्ली के संगठन एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स यानि एडीआर ने किया है. बीजेपी ने साल 2016-17 में करीब एक हज़ार पच्चीस करोड़ रुपये की आय घोषित की. जबकि बाकी 6 राजनीतिक पार्टियों की आय इस दौरान करीब साढ़े पंद्रह सौ करोड़ रुपये रही. बीजेपी और कांग्रेस ने आय के अपने तीन मुख्य स्रोतों में से अनुदान, योगदान को प्रमुख स्रोत बताया है.
सबसे कम आय सीपीआई की रही. उसकी आय केवल दो करोड़ रुपये रही. यानि कुल आय का केवल 0.13 प्रतिशत. बीजेपी के बाद सबसे ज़्यादा राशि कांग्रेस को मिली. कांगेस को 225.36 करोड़ रुपये यानी 14.45 प्रतिशत राशि मिली है.
ये आंकड़े देशभर में राजनीतिक दलों की तरफ से दाखिल की गई आयकर रिटर्न से जुटाये गये हैं. रिपोर्ट में कहा गया है कि देश की सात राष्ट्रीय पार्टियों ने साल के दौरान कुल 1,228.26 करोड़ रुपये का कुल खर्च घोषित किया है.
खर्च में भी बीजेपी अव्वल
बीजेपी ने 2016-17 में सबसे ज्यादा 710.05 करोड़ रुपये का खर्च दिखाया है. जबकि कांग्रेस ने इस दौरान कुल 321.66 करोड़ रुपये का खर्च किया है जो उसकी आय से 96.30 करोड़ रुपये ज्यादा है. बहुजन समाज पार्टी को 2016-17 में कुल 173.58 करोड़ रुपये की आय हुई है जबकि उसका कुल व्यय 51.83 करोड़ रुपये रहा है.
एक साल के अंतराल के दौरान बीजेपी की आय 81.18 प्रतिशत बढ़ी
एक साल के अंतराल के दौरान बीजेपी की आय 81.18 प्रतिशत बढ़ी है. इस दौरान बीजेपी की आय 570.86 करोड़ रुपये से बढ़कर 1,034.27 करोड़ रुपये हो गई. जबकि इस अवधि में कांग्रेस को मिलने वाली राशि 261.56 करोड़ रुपये से घटकर 225.36 करोड़ रुपये रह गई.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की आय पिछले दो साल में 88.63 प्रतिशत बढ़कर 17.23 करोड़ रुपये हो गई. 2015-16 में पार्टी की कुल आय 9.14 करोड़ रुपये थी.