कश्मीर को हाल ही में पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन मिली है. जिसने बनिहाल-बारामूला कॉरिडोर पर अपनी शुरुआत की है. इस ट्रेन ने डीजल इंजन ट्रेन की जगह ले ली है. अधिकारियों ने बताया कि पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक ट्रेन जल्द ही 137 किमी लंबे बनिहाल-बारामूला कॉरिडोर से शुरू होगी.

देगी और जम्मू संभाग के बनिहाल से उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले तक ट्रेन का परीक्षण पिछले महीने किया गया था. इस इलेक्ट्रिक रेल लिंक की कुल परियोजना लागत 324 करोड़ रुपए है. इसके साथ ही इलेक्ट्रिक ट्रेन के दो खंड हैं, और बडगाम-बारामूला रेल लिंक परीक्षण इस साल की शुरुआत में आयोजित किए गए थे.

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24 सितंबर को बडगाम-बनिहाल खंड के लिए परीक्षण किया था. उत्तर रेलवे के प्रमुख विद्युत अभियंता द्वारा सुरक्षा और सुरक्षा निरीक्षण किया गया था. साथ ही चलने के लिए फिट घोषित होने से पहले तीन दिनों तक निरीक्षण किया गया था.

काजीगुंड-बनिहाल रेलवे सुरंग अब रेलवे द्वारा विद्युतीकृत होने वाली देश की सबसे लंबी सुरंग बन गई है. यह सुरंग 11.215 किमी लंबी है, और काजीगुंड शहर में हिमालय की पीर पंजाल श्रेणी में स्थित है.

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जम्मू-कश्मीर के बारामूला-बनिहाल सेक्टर में वर्तमान में 19 ट्रेनें चल रही है, जिनमें सात ट्रेनें नियमित रूप से चल रही है. कश्मीर को पहली ट्रेन सेवा 2013 में मिली थी. इसके अलावा, रिपोर्टों में कहा गया है कि कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने के लिए उधमपुर-श्रीनगर-बारामूला रेलवे (USBRL) रेलवे ट्रैक भी बिछाए जा रहे है.