संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। मुंगेली जिले में लोरमी पुलिस का कारनामा सामने आया था, जिसने खाकी की रौब को बेनकाब कर दिया था. सोशल मीडिया पर वायरल फोटो और वीडियो को देखकर हर कोई सहम उठा था. SI प्रमोद डड़सेना ने एक जुआरी को भारत सागर बांध के पास तालिबानी सजा दी थी. डंडे से जानवरों की तरह पिटाई की थी. ये मामला अब तूल पकड़ लिया है.

वहीं मारपीट के पीड़ित शिकायतकर्ता मुकेश जायसवाल ने खुद का डॉक्टरी मुलाहिजा कराकर उपनिरीक्षक के विरुद्ध अपराधिक कार्रवाई करने की मांग को लेकर मुंगेली जिले के पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर आईजी समेत अन्य पुलिस विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों को लिखित में ज्ञापन सौंपा है.

इस दौरान मुकेश जायसवाल ने बताया कि दो दिन पहले 4 सितम्बर की घटना है. शाम करीब 4 बजे भारत सागर के पास अपने 8-10 दोस्तों के साथ जुआ खेल रहा था. इस बीच थाना प्रभारी प्रमोद डड़सेना स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे, जो आवेश में आकर मेरे दोनों हाथों को अपने आरक्षकों से पकड़वाकर पीछे तरफ डंडे से बहुत मारे हैं.

इतना ही नहीं पिटाई के बाद थाने लाए और थाने में भी मेरे साथ मारपीट की गई. मेरे को गंभीर धारा में बंद करने की धमकी देकर 50 हजार की मांग गई, जिस पर असमर्थता व्यक्त करने पर 30 हजार रुपये नगदी रकम लेकर छोड़ा गया. इसके अलावा दोबारा दिखाई देगा तो गांजा तस्करी के आरोप में फंसाने की धमकी दी गई.

वहीं पीड़ित ने इसकी लिखित शिकायत करते हुए उन्होंने मांग की है कि डॉक्टरी मुलाहिजा कराकर SI प्रमोद डड़सेना और अन्य के विरुद्ध अपराधिक कार्रवाई करने की मांग की है.

मामले में जेसीसीजे नेता मनीष त्रिपाठी ने भी थाना प्रभारी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि जब जुए के फड़ में छापेमारी की गई तो जुआ एक्ट के तहत कार्रवाई करना थी, लेकिन उक्त युवक को तालिबानी सजा दी गई. अगर थाना प्रभारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई तो थाने का घेराव करने की चेतावनी दी है.

बहरहाल देखना होगा इस पूरे मामले में कब तक विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा कार्रवाई की जाती है.

Read more- Health Ministry Deploys an Expert Team to Kerala to Take Stock of Zika Virus