उत्तरप्रदेश के फतेहपुर जिले में 30 वर्षीय दलित व्यक्ति की हिरासत में मौत के मामले में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. पीड़ित की मां की शिकायत के आधार पर तीन निलंबित पुलिसकर्मियों और चार अन्य के खिलाफ हत्या के आरोप में और एससी/एसटी अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है.

राधानगर पुलिस थाना फतेहपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश कुमार सिंह ने कहा कि पीड़ित सत्येंद्र कुमार का नाम शनिवार को 14 एटीएम कार्डो के जालसाजी मामले से संबंधित जांच में सामने आने के बाद पुलिस ने उठाया था. रविवार सुबह पुलिस ने सत्येंद्र कुमार को जिला अस्पताल पहुंचाया. रिपोर्ट्स के मुताबिक पूछताछ के दौरान कथित प्रताड़ना के चलते उसकी हालत बिगड़ गई थी, इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया. इसके बाद डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमार्टम किया। बाद में दिन में पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में मृतक का अंतिम संस्कार किया गया.

व्यक्ति की हत्या में उनकी कथित भूमिका के लिए जिन तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है, उनमें राधानगर पुलिस स्टेशन के प्रभारी सुनील सिंह, उप-निरीक्षक विकास सिंह और कांस्टेबल देवेंद्र यादव शामिल हैं. घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश भी दे दिए गए हैं. साथ ही अतिरिक्त एसपी हत्या की अलग से जांच करेंगे. इस बीच, पीड़ित के बड़े भाई अरविंद सिंह ने आरोप लगाया है कि जब वह शनिवार रात उससे मिलने थाने गया था तो पुलिस ने उसके भाई को रिहा करने के एवज में तीन लाख रुपये रिश्वत की मांग की थी.