मनोजा यादव, कोरबा। ऑफर के चक्कर में ऑनलाइन लैपटॉप (laptop) मंगवाना कोरकोमा गांव के एक युवक को काफी महंगा पड़ा. दरअसल, Flikart से लैपटॉप मंगवाया था जो उसके घर पहुंचने पर पुस्तकों में तब्दील हो गया. इस मामले में डीडीएम स्कूल रोड स्थित ईकॉम एक्सप्रेस कुरियर सर्विस के डिलीवरी बॉय की भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है. मामले की जानकारी राजगामार पुलिस चौकी और flipkart कंपनी को दी गई है.

ऑनलाइन शॉपिंग (online shopping) से संबंधित मामलों में डिलीवरी की व्यवस्था ईकॉम एक्सप्रेस ने ले रखी है. हजारों की संख्या में सामान यहां पहुंचते हैं और फिर यहां से संबंधित पते पर भिजवाया जाता है. कोरकोमा निवासी विनय सोनी ने ऑफर के चक्कर में flipkart से laptop ऑर्डर किया था. बताया गया कि सामान यहां आने पर उसे मैसेज आया. डिलीवरी वाले को उसने 30 हजार रुपये दिए. जब उसने पार्सल खोलकर देखा तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि बॉक्स में लैपटॉप के बजाए कुछ पुस्तकें और फोटोग्राफ्स थे.

स्थानीय स्तर पर हेराफेरी की आशंका

विनय ने बताया कि ये पार्सल खोलने के बाद उसने डिलीवरी बॉय को दो तीन बार फोन किया तो उसने यहां वहां होने की बात कही और फिर फोन काट दिया. इतना ही नहीं, जब विनय ने पैसे दिए तो वो बिना पैसे गिने सारे नकद को जेब में रखकर चला गया. इस पर पीड़ित ने आशंका जताई है कि कंपनी ने सही सामान भेजा होगा, मामले में हेराफेरी स्थानीय स्तर पर की गई है. इस बारे में कंपनी और पुलिस के पास शिकायत की जा रही है.

जानकारी देने से बच रही कुरियर कंपनी

त्यौहार के मौसम में व्यवसायियों के साथ-साथ ऑनलाइन कंपनियां कई प्रकार के ऑफर देती हैं. ऑनलाइन शॉपिंग के चक्कर में कई मौकों पर लोग ठगी के शिकार हो चुके हैं. बताया जाता है कि भले ही कंपनी सही सामान भेज भी दे, तो कमीशन आधार पर कोरियर कंपनी के लिए काम करने वाले डिलीवरी बॉय की नियत डोल जाती है. जिसके बाद वे हेरा फेरी करने पर उतारू हो जाते हैं. विनय सोनी के साथ हुई ठगी की घटना में खास बात ये है कि ईकॉम एक्सप्रेस का संचालन करने वाले लोग संबंधित डिलीवरी बॉय के बारे में जानकारी देने से बच रहे हैं. देखना होगा कि पुलिस के पास शिकायत के बाद इस मामले में किस प्रकार के तथ्य सामने आते हैं.

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