रायपुर, छत्तीसगढ़. आम आदमी पार्टी ने रायपुर में प्रेस कांफ्रेंस करके आरोप लगाया है कि नक्सल प्रभावित बस्तर में सुरक्षा बलों द्वारा आदिवासी नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार किया गया है.

आम आदमी पार्टी के नेता संकेत ठाकुर ने बताया कि नक्सलियों के डर से घबराकर कांकेर जिले के ग्राम पनीडोबीर से एक आदिवासी परिवार ने कोयलीबेड़ा में कुछ माह पूर्व शरण ली थी. जिस घर मे इस परिवार ने शरण ली थी उसी के निकट एक पूर्व आरक्षक रहता है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि जिसके घर कोयलीबेड़ा के प्रभारी थानेदार का आना जाना लगा रहता है.

आरोप है कि दो माह पूर्व इस थानेदार ने नाबालिग लडक़ी से बलात्कार किया और घर वालों को डरा धमका कर लड़की से बलात्कार करता रहा. आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया कि लगातार अपमानित होने के बाद लड़की के परिवार ने अंततः 9 अप्रैल को पुलिस थाना जाकर शिकायत करना चाहा. लेकिन थानेदार ने शिकायत दर्ज करने की बजाये लड़की के पिता से खूब मारपीट की और उसे जान से मारने की धमकी दी. बलात्कार और पिटाई की घटना की खबर कोयलीबेड़ा में फैल गई.

आम आदमी पार्टी का आरोप है कि शाम को शाम को जिला पंचायत सदस्य, सरपंच, पँच की उपस्थिति में दर्जनों ग्रामीणों की बैठक हुई, जिसमे लड़की और पिता पर दबाव डालकर मूल बयान को बदल दिया गया. पार्टी का आरोप है कि पीड़ित लड़की की थानेदार से अवैध संबंध की बात स्वीकार करवाई गई.

आम आदमी पार्टी के नेता संकेत ठाकुर ने आरोप लगाया कि नक्सलियों के डर से आदिवासी परिवार पनीडोबीर गांव छोड़कर कोयलीबेड़ा में रहने को मजबूर परिवार अब न्याय की बजाए अब पुलिस की दहशत में जीने विवश है. आम आदमी पार्टी इस पूरे प्रकरण में दोषी पुलिस अधिकारी के साथ साथ पीड़ित परिवार से बयान बदलवाने के अपराध में जिला पंचायत सदस्य, सरपंच आदि के गिरफ्तारी की मांग की है.

नक्सल प्रभावित क्षेत्र में आदिवासी नाबालिग से बलात्कार की बात तब सामने आ रही है जब देश कठुआ में आठ साल की मासूम और उन्नाव में नाबालिग युवती से बलात्कार के आरोप से आक्रोशित है.