स्पोर्ट्स डेस्क. FIFA U-17 World Cup: भारत के मुख्य कोच थॉमस डेनरबी ने फीफा महिला अंडर-17 विश्वकप फुटबॉल प्रतियोगिता के पहले मैच में करारी शिकस्त झेलने के बाद स्वीकार किया कि उनकी टीम का स्तर अमेरिकी टीम के जैसा नहीं है, लेकिन मेजबान टीम बेहतर खेल दिखाने में सक्षम है. भारतीय टीम मंगलवार को पहले मैच में अमेरिका से 0-8 से हार गई थी. डेनरबी ने इससे पहले स्वीडन की अंडर-17 टीम के खिलाफ टूर्नामेंट से पहले खेले गए अभ्यास मैच में 1-3 से हार के बावजूद दावा किया था कि भारतीय टीम आयु वर्ग के टूर्नामेंट में किसी भी टीम को कड़ी चुनौती देने में सक्षम है.

डेनरबी ने अमेरिका के खिलाफ मैच के बाद कहा कि मुझे उम्मीद नहीं थी कि हम इतने गोल खाएंगे क्योंकि जब हमने कुछ दिन पहले स्वीडन के खिलाफ मैच खेला था तो हमारा रक्षण बहुत अच्छा था. हमने उस मैच में अच्छा रक्षण किया था, हमारे 2 शॉट बार पर लगे थे और हमने मौके बनाए थे. लेकिन ईमानदारी से कहूं तो यदि कम से कम स्वीडन से तुलना करें तो अमेरिका हमसे एक स्तर आगे था.

स्वीडन से करीबी मैच खेलने वाली टीम किसी को भी चुनौती देने में सक्षम
डेनरबी ने अमेरिका के खिलाफ मैच से पहले कहा था कि स्वीडन के खिलाफ मैच करीबी रहा था और अगर आप स्वीडन के खिलाफ करीबी मैच खेल सकते हैं तो फिर टूर्नामेंट में किसी भी टीम को चुनौती दे सकते हैं. दिलचस्प बात यह है कि स्वीडन यूएफा अंडर-17 चैम्पियनशिप के लिए क्वालीफाई नहीं कर पाया था जो कि फीफा प्रतियोगिता के लिए यूरोपीय क्वालीफाइंग टूर्नामेंट था. भारतीय कोच ने इससे पहले कहा था कि भारत ने फीफा अंडर-17 विश्व कप के लिए बहुत अच्छी तैयारी की है. बाद में उन्होंने इसके उलट कहा कि भारत ने इस टूर्नामेंट से पहले अमेरिका के स्तर वाली किसी टीम का सामना नहीं किया.
भारत की अंडर-17 टीम फरवरी में विश्व कप की तैयारी शुरू करने के बाद रोमानिया (एक ड्रॉ और एक हार), इटली (0-7 हार), नीदरलैंड (1-5 हार), स्वीडन (1-3 हार), चिली (1-3 हार) और मैक्सिको (0-2 हार) के खिलाफ खेली थी.

अमेरिकी टीम में कमी निकालना मुश्किल
डेनरबी ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि अमेरिका की टीम बहुत अच्छी है. आप उनका कौशल देखिए, उनकी तेजी देखिए. आप उसकी टीम में कोई कमी नहीं निकाल सकते. हमने इस वर्ष के शुरू में जितनी टीम के खिलाफ भी मैच खेले वे इस स्तर की नहीं थी. उन्होंने कहा कि टीम अमेरिका के खिलाफ निराशाजनक प्रदर्शन से बेहतर खेल दिखा सकती थी लेकिन खिलाड़ी पहली बार विश्व कप मैच में खेल रहे थे. यह मैच वास्तव में हमारे लिए बेहद कड़ा रहा लेकिन मैं यह भी जानता हूं कि भारतीय टीम इससे बेहतर खेल दिखा सकती थी. मुझे लगता है कि लड़कियां थोड़ा नर्वस थी. यह उनका पहला विश्व कप है और वे स्थिति से सामंजस्य नहीं बिठा पाई. यहां तक कि शुरू में हमारी खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को पास तक नहीं दिए. वे सहज नहीं थी. मुझे उम्मीद है कि मोरक्को के खिलाफ हम इससे बेहतर प्रदर्शन करेंगे.