आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। बस्तर में औद्योगिक क्रांति के प्रतीक बने नगरनार स्थिति एनएमडीसी के स्टील प्लांट जल्द ही उत्पादन शुरू होने जा रहा है. लेकिन इससे पहले ही इसके डीमर्जर की घोषणा ने स्थानीय लोगों को नाराज कर दिया है. Also read : CG CABINET BREAKING: मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए कई महत्वपूर्ण निर्णय, 2 माह का चावल मिलेगा निशुल्क, जानिए और बड़े फैसले…
एनएमडीसी के इकलौते स्टील प्लांट को डिमर्ज कर अलग कंपनी बनाया जा रहा है. सेबी और शेयर होल्डर से सहमति के बाद अब नगरनार स्टील प्लांट राष्ट्रीय खनिज विकास निगम से अलग होकर एनएमडीसी स्टील प्लांट लिमिटेड के नाम से जाना जाएगा. करीब डेढ़ महीने पहले अगस्त में इस प्रक्रिया को मंजूरी मिल गई थी, लेकिन आदेश हाल ही में जारी किया गया है.
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इससे पहले एनएमडीसी ने वर्ष 2015 में स्टील प्लांट बनाने के लिए एनएमडीसी स्टील लिमिटेड कंपनी का गठन किया था, जो एनएमडीसी की ही सब्सिडरी कंपनी थी. स्टील प्लांट को अगल कंपनी बनाए जाने के पीछे एनएमडीसी प्रबंधन का तर्क है कि इससे स्टील प्लांट के विकास और कामकाज में ज्यादा बेहतर प्रबंधन किया जा सकेगा.
लेकिन प्लांट में काम करने वाले श्रमिक एवं भूमि प्रभावितों के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने भी एनएमडीसी के इस फैसले का विरोध कर रहे हैं. स्थानीय सांसद दीपक बैज ने स्थानीय लोगों को इन भावनाओं से इत्तेफाक रखते हुए डीमर्जर का विरोध किया है.
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