अमृतांशी जोशी,भोपाल। दिवाली के बाद आज गोवर्धन पूजा की धूम है. भोपाल के कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में गोवर्धन पूजा का राज्यस्तरीय आयोजन किया गया है. जिलों में पर्यावरणविद और पर्यावरण प्रेमियों के साथ कार्यक्रम किया गया. मुख्यमंत्री शिवराज की उपस्थिति में जन-भागीदारी से पौध-रोपण, जल-संरक्षण पर गतिविधियाँ संचालित की गई. सीएम शिवराज ने गोवर्धन पूजा किया.

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कुशाभाऊ ठाकरे हॉल को पारंपरिक रूप से सजाया गया. पारंपरिक वेशभूषा में बड़ी संख्या में कलाकारों अलग-अलग जिलों से प्रस्तुति दी. आदिवासी कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुत दी. पारंपरिक मांड़ना और सुंदर रूप पूरे हॉल को दिया गया. पहली बार प्रदेश के सभी जिलों में शिवराज सरकार गोवर्धन पूजा का कार्यक्रम कर रही है.

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सीएम शिवराज ने अपने संबोधन में कहा कि गोवर्धन की पूजा शहरों में भले ही कम हो पर गांव में हर घर में पूजा होती है. जिसको आज हम ग्रीन बेल्ट कहते थे. किसान पहले गांव में रखते थे. पशुओं के लिए अलग से जगह बनाई जाती थी. लोग बोल रहे है की मुख्यमंत्री क्या कर रहे है, कौन सी पूजा में लगे हैं. हमारा देश अद्भुत है, ये एक परंपरा है. कुछ लोग हो सकता है तर्क कुतर्क करे. लेकिन हमने पशुओं को सम्मान के भाव से देखा है. पेड़ों की पूजा हज़ारों साल से की जाती है. भारत ने हज़ारों साल पहले बोला था प्रकृति का शोषण मत करो. गोवर्धन नहीं होता तो औषधि नहीं होती, ना फल, ना चारा.

उन्होंने आगे कहा कि चीता लाओ, शेर लाओ सब लाओ. प्रकृति का संतुलन बनाकर रखना पड़ता है. पशु नहीं रहेंगे तो हमारा अस्तित्व भी नहीं रहेगा. इंसान लालच में अंधा हो गया है. पेड़ काटने शुरू कर दिए. इशारों में सीएम ने विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया. ये कर्मकांड नहीं है. ये सरकार का कोई कार्यक्रम नहीं है. हम पर्यावरण की चिंता कर रहे हैं. धरती को बचाकर रखना है. पीएम मोदी ने मिशन लाइफ़ की बात कही है. जिसे हम सफल करेंगे. कई जगहों पर पटाखों को फोड़ने पर बैन लगा दिया था. सिंगरौली, कटनी, ग्वालियर में कलेक्टर डंडा लेकर घूम रहे हैं. जिनको फोड़ना है वो फोड़ेंगे, किस किस को बंद करेंगे. अकेले फटाके से थोड़ी कुछ नहीं होता वो साल में एक बार फोड़े जाते है. ऐसा नहीं है कि पटाखे फोड़ेंगे तो ही प्रदूषण होगा
और नहीं फोड़गे तो पर्यावरण अच्छा रहेगा.

शिवराज ने कहा कि कई गौवंश सड़क पर हैं. ये अकेले सरकार की ज़िम्मेदारी नहीं है. अकेले सरकार के गौशाला खोलने से कुछ नहीं होगा. हम अपनी ज़िम्मेदारी से नहीं बच रहे. पर सबको आगे आना होगा. गौवंश की ज़रूरत को समझना होगा. सरकार सभी जगह गौशाला खोलने का प्रयास करेगी. हर शहर और पंचायत में एक स्थान सुरक्षित किया जाएगा. जहां लोग ख़ास मौक़े पर आ कर पेड़ लगा सके. वहां पेड़ों की रक्षा भी की जाएगी. एमपी जीडीपी की गणना करेगा और ग्रॉस एनवायरमेंट प्रोडक्ट को भी जोड़ेगा.

गोवर्धन पूजा कार्यक्रम में प्रदेश के सभी अंचल बुंदेलखंड, बघेलखंड, मालवा, निमाड़, ब्रज मंडल से जुड़े ग्वालियर चंबल में मनाए जाने वाले गोवर्धन पूजा के विभिन्न रंग दिख रहे हैं. भोपाल के कार्यक्रम में बुंदेलखंड के जिलों में दीवाली पूजन, गोवर्धन पूजा के दौरान होने वाला दिवारी नृत्य कर यदुवंशी गोवर्धन और प्रकृति संरक्षण का महत्व बता रहे. प्रकृति संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, प्राकृतिक खेती, ऊर्जा संरक्षण के लिए गोवर्धन पूजा. इस दौरान संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, पर्यावरण मंत्री हरदीप सिंह डंग, पूर्व महापौर आलोक शर्मा, विधायक कृष्णा गौर, इस्कॉन के गवर्निंग बॉडी कमिश्नर गुरु गौरांग दास भी साथ में मौजूद रहे.

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