नेहा केशरवानी, रायपुर। छत्तीसगढ़ में शगुन अपशगुन की राजनीति शुरू हो गई है. मिशन 2023 को लेकर कांग्रेस और बीजेपी ने अभी से ही एड़ी चोटी का दम लगा दिया है. राजधानी रायपुर के अलावा प्रदेश के दूसरे संभागों में बैठकों का दौर जारी है.

इसी कड़ी में अब राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है. बीजेपी के दौरे को मंत्री अमरजीत भगत ने अपशगुन बताया है. उन्होंने कहा कि 15 साल में किसान और आदिवासियों के लिए बीजेपी ने कुछ नहीं किया. इतना ही नहीं विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी नेता को हटाया.

इतना ही नहीं चलते कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी डी पुरंदेश्वरी को हटाने का आदेश ले आए. ये सब उसी का परिणाम है कि बीजेपी में लगातार अपशगुन हो रहा है. उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के काफिले से हुए एक्सीडेंट में महिला की मौत को भी इस अपशगुन में गिनाया.

अपशगुन वाले बयान को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने भी पलटवार किया. उन्होंने कहा कि शगुन अपशगुन के चक्कर में इनकी सरकार चली जाएगी. कांग्रेस की सरकार में बलात्कार, हत्या, उठाईगिरी लगातार हो रही है. आदिवासियों के साथ अत्याचार हो रहा है.

कश्यप ने कहा कि इन सब बातों को ये अपशगुन कहकर टालने की कोशिश कर रहे हैं. सरकार जाना तय है, फिलहाल शगुन अपशगुन के इस फेर में फायदा किसे मिलेगा ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.

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