मुंबई. कभी खुद आतंक का पर्याय रहे गैंगस्टर एजाज लकड़ावाला को अब मच्छरों से डर लगता है. दाऊद इब्राहिम के इस गुर्गे ने मच्छरों से बचाव के लिए अदालत से गुहार लगाई है. जेल में बंद लकड़वाला एक अदालत में पेशी के लिए लाया गया तो अपने साथ वह मरे हुए मच्छरों से भरी प्लास्टिक की बोतल लेकर पहुंचा.

कोर्ट से कहा- मच्छरदानी दे दीजिए

हाल ही में उसने अदालत में एक अर्जी दाखिल कर मच्छरदानी का इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी. लकड़ावाला ने अपने आवेदन में कहा कि 2020 में जब उसे न्यायिक हिरासत में भेजा गया था, तो उसे मच्छरदारी का उपयोग करने की अनुमति दी गई थी. लेकिन मई में जेल अधिकारियों ने सुरक्षा चिंताओं का हवाला देते हुए मच्छरदानी को जब्त कर लिया.

तलोजा जेल में बंद है गैंगस्टर

लकड़ावाला नवी मुंबई की तलोजा जेल में बंद है. उसे जनवरी 2020 में पटना से गिरफ्तार किया गया था. उस पर मुंबई समेत कई शहरों में फिरौती मांगने, हत्या और अपहरण के 25 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) भी लगा है.

जज को दिखाए मच्छर

गुरुवार को लकड़ावाला को जब सत्र अदालत में पेश किया गया तो उसने मरे हुए मच्छर दिखाते हुए कहा कि तलोजा जेल में रोज समस्या का सामना करना पड़ता है. जेल अधिकारियों ने याचिका का विरोध किया. इस पर अदालत ने गैंगस्टर की अपील ठुकरा दी.

मैनुअल के तहत सुविधा मांग सकते हैं कैदी

जेल मैनुअल के नियमों के तहत कोई भी कैदी पंखा, टीवी, मच्छरदानी जैसी मूलभूत चीजों की मांग कर सकता है. हालांकि सुरक्षा के मद्देनजर जेल प्रशासन की रिपोर्ट के आधार पर इसे तय किया जाता है. इसी अधिकार का इस्तेमाल करते हुए लकड़ावाला ने मच्छरों से बचाव के लिए अदालत से गुहार लगाई.

अदालत ने कहा, मच्छर भगाने को क्रीम लगाओ

सत्र अदालत ने आवेदन खारिज करते हुए कहा कि आरोपी मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल कर सकता है. तलोजा जेल के कई अन्य विचाराधीन कैदियों ने भी ऐसी याचिकाएं दाखिल की थीं. जिन मामलों में सुरक्षा कारणों से जेल अधिकारियों ने विरोध किया, वो खारिज हो गईं जबकि कुछ को स्वीकार कर लिया गया.